
आगामी दिनों में चुनाव में जाने वाले बीजेपी शासित राज्यों को 2018-19 के रेल बजट में आवंटन में जोरदार बढ़ोतरी हुई है. रेलवे की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार 2009-14 में यूपीए गठबंधन की तुलना में मोदी सरकार के कार्यकाल के औसत आवंटन की तुलना में इन राज्यों के लिए आवंटन में उल्लेखनीय इजाफा किया गया है.
हालांकि, गैर भाजपा शासित राज्यों मसलन पश्चिम बंगाल, केरल और दिल्ली के आवंटन में कहीं कम वृद्धि हुई है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इन राज्यों के आवंटन में क्रमश: 906 प्रतिशत, 1,173 प्रतिशत और 567 प्रतिशत का इजाफा किया गया है.पिछले साल भाजपा ने उत्तराखंड में भी विधानसभा चुनाव जीता था. उसके आवंटन में 695 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. उत्तराखंड को रेल बजट में 1,490 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
बीजेपी शासित एक अन्य राज्य उत्तर प्रदेश के लिए आवंटन 567 प्रतिशत बढ़ा है. अन्य भाजपा शासित राज्यों मसलन महाराष्ट्र और गुजरात के लिए भी आवंटन 400 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है.
मध्य प्रदेश के लिए आवंटन बढ़कर 6,359 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. यह 2009-14 के संप्रग के कार्यकाल में औसत आवंटन से 906 प्रतिशत अधिक है.
वहीं गैर बीजेपी शासित राज्यों में पश्चिम बंगाल के लिए आवंटन मात्र 24 प्रतिशत बढ़ा है. केरल के लिए इसमें 148 प्रतिशत तथा दिल्ली के लिए 180 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. पिछले साल से तुलना की जाए, तो पश्चिम बंगाल, केरल और दिल्ली के आवंटन क्रमश: 14 प्रतिशत, 23 प्रतिशत और 40 प्रतिशत कम रहा है.