
एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति और कारोबारी राज कुंद्रा ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ में रंजीत सिंह बिंद्रा से पहचान की बात मानी है लेकिन साथ ही कहा है कि उन्हें ये नहीं पता था कि वो अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के लिए काम करता था.
कुंद्रा को पूछताछ के लिए एजेंसी के मुंबई दफ्तर में बुलाया गया. पूछताछ के दौरान कुंद्रा से उनके रंजीत सिंह बिंद्रा के साथ कारोबारी रिश्ते और लेनदेन के बारे में पूछताछ की गई. इंडिया टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक कुंद्रा ने बिंद्रा से कारोबारी डील्स की बात मानी लेकिन इसे पूरी तरह प्रोफेशनल रिश्ता बताया.
मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत बयान दर्ज
राज कुंद्रा का बयान मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रावधानों के तहत रिकॉर्ड किया गया. सूत्रों के मुताबिक कुंद्रा ने बिंद्रा और आरकेडब्ल्यू डेवेलपर्स के साथ कारोबारी डीलिंग को लेकर सबूत भी जमा कराए. बिंद्रा पहला शख्स है जिसे ED ने इकबाल मिर्ची की संपत्तियों के सिलसिले में गिरफ्तार किया है.
बताया जाता है कि ED ने रीयल एस्टेट से जुड़ी ‘आरकेडब्ल्यू डेवेलपर्स प्रा लि’ की जानकारी जुटाने के दौरान उसके एसेंशियल हॉस्पिटेलिटी लिमिटेड से लेनदेन का पता लगाया. एसेंशियल हॉस्पिटेलिटी लिमिटेड में राज कुंद्रा के साथ शिल्पा शेट्टी भी डायरेक्टर हैं.
रंजीत बिंद्रा आरकेडब्ल्यू डेवेलपर्स प्रा. लि. में डायरेक्टर है जिसे ED ने गिरफ्तार किया है. धीरज वधावन का भी आरकेडब्ल्यू डेवेलपर्स प्रा लि से जुड़ाव है. सूत्रों के मुताबिक इस कंपनी के कुंद्रा दंपती से संबंध की भी एजेंसी की ओर से जांच की जाएगी. धीरज वधावन को ED ने समन भेजा है. लेकिन फिलहाल वो अस्पताल में है. सूत्रों के मुताबिक वधावन की तबीयत ठीक होने पर जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा.
बिंद्रा पर इकबाल मिर्ची के साथ काम करने का आरोप
रंजीत बिंद्रा कथित तौर पर इकबाल मिर्ची के लिए काम कर रहा था. मिर्ची के करीबी हुमायूं मर्चेंट के साथ बिंद्रा ने कई प्रॉपर्टी डील्स में अहम भूमिका निभाई.
सूत्रों ने बताया आरकेडब्ल्यू ने एसेंशियल हॉस्पिटेलिटी में 44.11 करोड़ रुपए का निवेश किया. साथ ही 31.54 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त कर्ज उपलब्ध कराया. अप्रैल 2017 से मार्च 2018 के बीच एसेंशियल हॉस्पिटेलिटी को 30.45 करोड़ रुपए का कर्ज उपलब्ध कराया. वहीं अप्रैल 2016 से मार्च 2017 के बीच 117.17 करोड़ रुपए का कर्ज मुहैया कराया गया.
एसेंशियल हॉस्पिटेलिटी से एक और लिंक जांच के दायरे में है. ये लिंक है एसेंशियल हॉस्पिटेलिटी में एक डायरेक्टर प्लेसिड जैकब नारोन्हा का आरकेडब्ल्यू डेवेलपर्स में भी डायरेक्टर होना. दिलचस्प है कि नारोन्हा कुछ और कंपनियों में भी डायरेक्टर है जिनका मालिकाना हक वधावनों के पास है. इनमें एक कंपनी बावा रिएल्टर्स भी है जिनमें नारोन्हा के साथ राज कुंद्रा भी डायरेक्टर हैं.
राज कुंद्रा की कंपनी में बिंद्रा भी डायरेक्टर
राज कुंद्रा की कंपनी बास्टियन हॉस्पिटेलिटी प्रा. लि. में रंजीत बिंद्रा भी एक डायरेक्टर है. कुंद्रा ने अपने पहले के एक बयान में ऐसे आरोपों को खारिज किया था कि उन्हें और उनकी पत्नी को इकबाल मिर्ची से कारोबारी डील्स के बारे में कोई जानकारी थी.
राज कुंद्रा ने पहले के बयान में कहा था, 2011 में मैंने एयरपोर्ट के पास स्थित अपने एक प्लॉट को कंपनी समेत आरकेडब्ल्यू डेवेलपर्स को बेचा था. इसके सारे दस्तावेज मौजूद हैं और मेरे चार्टर्ड एकाउंटेंट की ओर से वैरीफाई किए गए हैं. सवालों के दायरे वाली कंपनी को जो भी कर्ज दिए गए वो हमारी ओर से कंपनी को नए मालिक को बेचे जाने के बाद दिए गए. हमने शून्य कर्ज वाली कंपनी बेची थी. हमने एक भी कर्ज नहीं लिया. ये कर्ज कंपनी के नए मालिकों की ओर से लिए गए.'