
नेशनल कैडेट कॉर्प्स (NCC) के 13 लाख कैडेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवाद साधने वाले हैं. वहीं राहुल गांधी को एनसीसी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. यह बात उन्होंने खुद कर्नाटक के दौरे में स्वीकार की है. इसी पर केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राहुल गांधी पर तंज कसा है.
मैसूर के महारानी महिला आर्ट्स कॉलेज में छात्राओं से बातचीत के दौरान राहुल गांधी से एक छात्रा ने एनसीसी के सी सर्टिफिकेट को लेकर सवाल किया. इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया कि उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. ऐसे में वे इससे जुड़े सुझाव नहीं दे सकते. यही बात मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर को चुभ गई जो खुद भी एनसीसी कैडेट रहे हैं.
राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राहुल गांधी के ज्ञान पर सवाल उठाया और ट्वीट कर कहा कि उनके और पीएम नरेंद्र मोदी जैसे हजारों भारतीय स्कूल और कॉलेज के दौरान एनसीसी कैडेट रहे हैं. एनसीसी ने उन्हें अनुशासन, सौहार्द और खुद से पहले सेवा का भाव रखना सिखाया. एनसीसी सहनशील है और हमेशा बनी रहेगी.
इससे पहले कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी नोटबंदी और कालेधन पर सवालों के जवाब दिए. इसके बाद एक छात्रा ने उनसे पूछा कि एनसीसी 'सी' सर्टिफिकेट एग्जाम पास छात्रों को क्या-क्या लाभ देंगे? इसी सवाल पर राहुल ने सीधा जवाब दिया कि एनसीसी जैसी चीजों के बारे में वे ज्यादा नहीं जानते और इस प्रक्रिया के बारे में उन्हें ज्यादा पता नहीं है. हालांकि राहुल ने आगे कहा कि एक युवा भारतीय नेता होने के नाते वे एसी स्थिति लाने का प्रयास करेंगे जहां छात्रों को सफलता मिल सके और उकनी मेहनत सफल हो.' वहीं इस बयान पर राहुल गांधी ट्वीटर पर काफी ट्रोल हो रहे हैं.
आपको बता दें कि नेशनल कैडेट कॉर्प्स (NCC) के 13 लाख कैडेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवाद साधने वाले हैं. इसके लिए कैडेट्स का मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी समेत पर्सनल डाटा जमा किया जा रहा है. एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 9 लाख कैडेट का डाटा एनसीसी जमा कर चुका है. हालांकि, अब तक यह साफ़ नहीं हो सका है की प्रधानमंत्री कैडेट्स से कब बात करेंगे.
डीजी एनसीसी लेफ्टिनेंट जनरल बी. एस सहरावत ने 23 फरवरी को देशभर के एनसीसी सेंटर को पत्र लिखकर कैडेट्स का डाटा जमा करने के निर्देश दिए हैं. पत्र में कहा गया है कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ज्यादा से ज्यादा कैडेट्स से बात करना चाहते हैं. इसके लिए उन्हें नरेंद्र मोदी ऐप अपने फोन में डाउनलोड करना होगा. इस ऐप के जरिए पीएम कैडेट्स से संवाद साधेंगे.'