
यूपी में चुनाव नजदीक आते ही राम मंदिर और अयोध्या एक बार फिर सुर्खियों में हैं. केवल बीजेपी ही नहीं, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भी इस मुद्दे से होने वाले सियासी फायदे का आकलन करने में जुटे हैं. केंद्र सरकार ने अयोध्या में रामायण म्यूजियम बनाने का ऐलान किया तो यूपी की अखिलेश सरकार ने रामलीला थीम पार्क को मंजूरी दे दी. हालांकि, म्यूजियम और पार्क बनने से अयोध्या नगरी को ही फायदे होंगे क्योंकि शहर में पर्यटन के विकास के लिहाज से ये बेहतर कदम हैं. लेकिन, विरोधियों को केंद्र और राज्य सरकारों के इस कदम में अयोध्या में पर्यटन के विकास से ज्यादा इन दलों का सियासी फायदा दिख रहा है.
25 एकड़ में रामायण म्यूजियम
केंद्र सरकार ने अयोध्या में रामायण म्यूजियम बनाए जाने का ऐलान किया है. यह म्यूजियम रामायण सर्किट का हिस्सा होगा, जिसके लिए केंद्र सरकार ने 225 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. इनमें 151 करोड़ रुपये विशेष तौर पर केवल अयोध्या के लिए है जो इस सर्किट का केंद्र है. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री महेश शर्मा आज अयोध्या जा रहे हैं जहां प्रस्तावित रामायण म्यूजियम के निर्माण स्थल का मुआयना करेंगे. इस प्रोजेक्ट के लिए चयनित निर्माण स्थल 25 एकड़ में फैला है जो विवादित राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद स्थल से महज 15 किलोमीटर दूर है.
बताया जा रहा है कि म्यूजियम में राम के जीवन और रामायण के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी. इसमें लेजर लाइट शो होगा. ये अब तक का सबसे मॉडर्न म्यूजियम होगा. इसमें 20 मिनट में सम्पूर्ण रामायण और भगवान राम के मर्यादाओं का चित्रण किया जाएगा.
सरयू किनारे रामलीला पार्क
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अयोध्या में सरयू नदी के किनारे इंटरनेशनल रामलीला थीम पार्क बनाए जाने का ऐलान किया है. सीएम की अगुवाई में लखनऊ में हुई कैबिनेट मीटिंग में यह फैसला लिया गया. इसके मुताबिक राम लीला थीम पार्क इंटरनेशनल राम लीला सेंटर में बनाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट के लिए लाल रेतीले पत्थर जैसे हाई क्वालिटी वाले मैटेरियल इस्तेमाल किए जाएंगे. इस थीम पार्क में लाइब्रेरी, मूर्तियां और वाटर फॉल होंगे.
चाहे रामायण संग्रहालय बने या रामलीला पार्क इससे अयोध्या में पर्यटन के विकास में मदद मिलेगी. इस इलाके में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी और इसके साथ ही भारत संस्कृति का देश-विदेश में प्रचार-प्रसार होगा. लेकिन अब जब चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में म्यूजियम और थीम पार्क बनाए जाने के ऐलान के पीछे राजनीतिक मंशा है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है.
पीएम की रैली में 'जय श्रीराम'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार दशहरा में लखनऊ गए और वहां ऐशबाग की रामलीला में हिस्सा लिया. ऐसा पहली बार हुआ जब कोई प्रधानमंत्री ऐशबाग की रामलीला में शरीक हुआ. पीएम मोदी ने इस मंच से आतंकवाद का 'रावण' तो जलाया ही, अपने भाषण की शुरुआत और समापन 'जय श्रीराम' के नारे से किया. पीएम मोदी ने ऐशबाग रामलीला मैदान में राम-लक्ष्मण और हनुमान को तिलक लगाकर उनकी आरती की. प्रधानमंत्री मोदी को गदा, धनुष, रामचरित मानस, पीतल से बना एक सुदर्शन चक्र और रामनामी दुपट्टा भेंट किया गया. मंच पर पीएम को पगड़ी भी पहनाई गई.
अयोध्या की चौखट पर राहुल
पिछले दिनों यूपी में किसान यात्रा पर निकले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अयोध्या पहुंचे थे और हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन किए थे. राहुल के हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन को लेकर सियासी गलियारों में हलचल मच गई. यह स्वाभाविक भी था, क्योंकि विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद पहली बार नेहरू गांधी परिवार का कोई व्यक्ति अयोध्या आया था. इससे पहले 1990 में राजीव गांधी अपनी सद्भावना यात्रा के दौरान अयोध्या तो आए थे लेकिन हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन का कार्यक्रम होने के बावजूद दर्शन नहीं कर पाए थे.