
रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष और पूर्व बीजेपी सांसद राम विलास वेदांती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंदिर निर्माण पर दिए गए बयान का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो कहा है वह संविधान के दायरे में कहा है. जब तक सुप्रीम कोर्ट का कोई आदेश नहीं आता है तब तक किसी तरह का विधेयक नहीं आ सकता. कानूनी प्रक्रिया के आधार पर हम प्रधानमंत्री के वक्तव्य का स्वागत करते हैं.
उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि अध्यादेश लाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. बिल लाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. हम आपसी समझौते के आधार पर, राष्ट्रीय सद्भावना के आधार पर, देश का हिंदू मुसलमान आपस में मिलकर समझौता करेगा. जैसा कि सुप्रीम कोर्ट का सबसे पहला आदेश था. विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस ने कभी ऐसा नहीं कहा कि अध्यादेश लाया जाए. वे कानूनी प्रक्रिया के तहत निर्माण की बात कर रहे हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए तैयार हैं.
वेदांती ने कहा कि चुनाव से पहले मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा. सुप्रीम कोर्ट का आदेश कब आएगा, इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल उसे रोकने के लिए आ जाएंगे. राहुल गांधी आ जाएंगे. सोनिया गांधी और राहुल गांधी नहीं चाहते कि इस देश का हिंदू-मुसलमान मिल कर रहे. दोनों को लड़ाकर वे देश पर राज करना चाहते हैं. सभी संगठन मिल बैठकर इसका रास्ता निकालेंगे. नरेंद्र मोदी देश में सांप्रदायिक सौहार्द को नहीं बिगड़ने देंगे.
बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी ने एक इंटरव्यू में राम मंदिर निर्माण के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि संवैधानिक तरीके से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक सरकार का अध्यादेश लाने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है.