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रविशंकर बोले- अभिव्यक्ति की आजादी की बात ना करें राहुल, उनकी दादी ने लगाई थी इमरजेंसी

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजादी की बात करने वाले आजादी की आड़ में भारत को तोड़ने की बात करते हैं. गुरमेहर के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें अपनी बात रखने का अधिकार है और उनके बारे में तीखी टिप्पणी करना भी ठीक नहीं है.

'आज तक' से रविशंकर प्रसाद की खास बातचीत 'आज तक' से रविशंकर प्रसाद की खास बातचीत
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 28 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 4:40 PM IST

डीयू की छात्रा गुरमेहर कौर के सोशल मीडिया कैंपेन से विवाद बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि अब गुरमेहर ने खुद के कैंपेन से अलग कर लिया है और वो दिल्ली से वापस अपने घर जालंधर चली गई हैं. पूरे मामले में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि आजादी के नारे लगाने वाले जवानों की शहादत पर खामोश क्यों रहते हैं.

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कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने 'आजतक' से खास बातचीत में कहा कि आजादी की बात करने वाले आजादी की आड़ में भारत को तोड़ने की बात करते हैं. गुरमेहर के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें अपनी बात रखने का अधिकार है और उनके बारे में तीखी टिप्पणी करना भी ठीक नहीं है.

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू के 'दिमाग में गंदगी भरने' वाले बयान पर बयान पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उनके बयान के भाव को समझना चाहिए. उन्होंने कहा था कि वह एक शहीद की बेटी है और उसके पिताजी आतंकवादी घटना में मारे गए थे, जिनको सह पाकिस्तान से मिलती है. जो लोग उस मासूम छात्रा के कंधे पर सियासत कर रहे हैं वो गलत है. किसी को भी उनके पिता की शहादत का अपमान करने का हक नहीं है.

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गुरमेहर कौर को धमकी मिलने की बात पर कानून मंत्री का कहना है कि जो लोग रेप करने और जान से मारने की बात करते हैं इसकी कड़ी निंदा करनी चाहिए. उस दिशा में शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि छात्रा और देशद्रोह दो अलग-अलग मामले हैं. हमारी सेना के अफसर, पुलिस और जवान मारे जाते हैं, उनके शव आते हैं. क्या उनके परिजनों के नागरिक अधिकार नहीं है. अधिकारों की बात करने वाले उन मुद्दों पर खामोश क्यों रहते हैं.

विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी अभिव्यक्ति की आजादी पर बात करते हैं लेकिन राहुलजी की दादी (इंदिरा गांधी) ने ही आपातकाल लगाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज ने छात्र नेताओं के तौर पर आजादी के लिए उस आपातकाल का विरोध किया था. उस वक्त राहुल जी की पार्टी के नेता चिदंबरम और कपिल सिब्बल साहब कहां थे. राहुल गांधी और उनकी पार्टी का पूरा इतिहास भ्रष्टाचार का है. वो लोग अधिकारों के हनन की बात ना करें. साथ ही उन्होंने कहा रॉबर्ट वाड्रा का इस मामले पर ट्वीट करना तो बहुत ही दुखद है. जब हरियाणा और बीकानेर की जमीन की हेराफेरी के सवाल थे तब कोई ट्वीट क्यों नहीं कर रहा था. अरविंद केजरीवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें गंभीरता से लेने की जरुरत नहीं है.

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