
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो परिवार समेत अपने एक हफ्ते के दौरे पर शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे थे. जस्टिन ट्रूडो यूपी और गुजरात का दौरा कर चुके हैं. वह बुधवार को अमृतसर के स्वर्णमंदिर भी जाएंगे. जस्टिन की इस यात्रा का लक्ष्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाना है. कनाडा, हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण देश है. वहां भारतीय मूल के करीब 12 लाख लोग रहते हैं. भारत और कनाडा का रिश्ता क्यों है महत्वपूर्ण? आइए 10 बिंदुओं में जानते हैं...
1. भारत और कनाडा के बीच विदेशी नीति, व्यापार, निवेश, वित्त और ऊर्जा के मसलों पर तमाम मंत्रिस्तरीय वार्ता के जरिए रणनीतिक साझेदारी कायम की गई है. दोनों देशों के बीच आतंकवाद निरोध, सुरक्षा, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग कायम किया जा रहा है.
2. भारत और कनाडा के बीच साल 2016 में सिर्फ 6.05 अरब डॉलर का ही व्यापार हुआ, लेकिन यह साल 2010 के 3.21 अरब डॉलर के करीब दोगुने के बराबर है.
3. कनाडा में साल 2016 में भारत से 209.35 करोड़ डॉलर का एफडीआई गया था, जबकि इसी दौरान कनाडा से भारत में 90.11 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया.
4. कनाडा के वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा अभी महज 1.95 फीसदी है. भारत से कनाडा को हीरे-जवाहरात, बहमूल्य रत्न, दवाओं, रेडीमेड कपड़ों, कपड़ों, ऑर्गनिक रसायन, हल्के इंजीनियरिंग सामान, लोहा एवं स्टील आदि का निर्यात किया जाता है.
5. कनाडा से भारत में दालों, अखबारी कागज, वुड पल्प, एस्बेस्टस, पोटाश, लौह कबाड़, तांबा, धातुओं और औद्योगिक रसायन का आयात किया जाता है. कनाडा की दालों के लिए भारत एक महत्वपूर्ण बाजार है. साल 2016 में कनाडा के कुल दाल निर्यात का 27.5 फीसदी हिस्सा भारत में आया था.
6. नवंबर, 2017 भारत ने पीली मटर की दाल आयात पर अंकुश लगाने के लिए इस पर टैरिफ बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया. इसका इस्तेमाल बेसन बनाने में होता है.
7. इस प्रतिबंध का कनाडा के किसानों पर काफी बुरा असर पड़ा, क्योंकि उनकी खेती की आय काफी हद तक भारत पर निर्भर करती है. इससे कनाडा के किसानों को अपनी पैदावार कम कीमत पर पाकिस्तान को भेजनी पड़ी. अब जस्टिन ट्रूडो यह उम्मीद कर रहे हैं कि पीएम मोदी इसमें कुछ रियायत देंगे.
8. पीएम मोदी कनाडा का अलग से दौरा करने वाले 1973 के बाद पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे. वह 2015 में कनाडा के दौरे पर गए थे. इसके पहले 2009 में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह भी कनाडा गए थे, लेकिन वह जी-20 समिट में गए थे.
9. जस्टिन ट्रूडो साल 2003 के बाद भारत आने वाले कनाडा के चौथे पीएम हैं. इसके पहले साल 2003 में कनाडा के पीएम जीन च्रेटियन, 2005 में पॉल मार्टिन और नवंबर 2009 में स्टीफन हार्पर भारत दौरे पर आए थे.
10. जस्टिन ट्रूडो की इस यात्रा के दौरान कनाडा सरकार की कोशिश एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) और एक विदेशी निवेश प्रोत्साहन एवं संरक्षण समझौते (FIPA) पर दस्तखत कराने की होगी. पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता में ऊर्जा सहयोग पर समझौता भी कनाडा की प्राथमिकता में होगा.