
हरियाणा के रेवाड़ी गैंगरेप मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की जो जांच रिपोर्ट सामने आई है. उससे रेवाड़ी पुलिस पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा गठित कमेटी द्वारा जांच के बाद बनाई गई रिपोर्ट की एक्सक्लूसिव कॉपी 'आजतक' को मिली है, जिसके मुताबिक राष्ट्रीय महिला आयोग प्राथमिक तौर पर स्थानीय पुलिस को लापरवाही का दोषी मान रहा है.
राष्ट्रीय महिला आयोग की जांच के मुताबिक, रेवाड़ी पुलिस ने मामले में ढीला रवैया अपनाया. इससे आरोपियों को मदद मिली. आयोग ने हरियाणा के डीजीपी से पुलिस वालों के खिलाफ निलंबन के अलावा कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
क्या है राष्ट्रीय महिला आयोग की जांच रिपोर्ट में?
रिपोर्ट के मुताबिक, रेवाड़ी गैंगरेप मामले में कई जगहों पर लापरवाही की गई है. जीरो एफआईआर के बाद FIR करने में करने में देर की गई. वहीं FIR होने के बाद भी जांच उन्होंने बहुत देरी से शुरू की. पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए किसी को नहीं भेजा, जिसमें डेढ़ दिन से ज्यादा का वक्त निकल गया. पुलिस की कार्रवाई शुरू होने तक आरोपियों को समय मिल गया. गैंगरेप की घटना की जगह से काफी सारी चीजें हटा दी गईं. आरोपियों को पीड़ित और उसके परिवार को धमकाने का मौका मिल गया.
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि आज भी इस गैंगरेप के मामले में प्रमुख आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं. सिर्फ एक आदमी गिरफ्तार हुआ है. लेकिन बाकी दो लोग गिरफ्तार नहीं हुए हैं. पीड़ित का कहना है कि 3 से ज्यादा लोग थे लेकिन गिरफ्तार कोई नहीं हुआ.
कार्रवाई करते हुए हरियाणा सरकार की ओर से कुछ पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है. रेखा शर्मा का कहना है कि दोषी पुलिस वालों को सस्पेंड करना रास्ता नहीं है. राष्ट्रीय महिला आयोग इस रिपोर्ट को हरियाणा के डीजीपी को भेजेगा. उनसे कहेगा कि दोषी पुलिस वालों के खिलाफ निलंबन से ज्यादा कहीं और कड़ी कार्रवाई के साथ कड़ी सजा मिले ताकि पुलिस की ओर से दोबारा ऐसी लापरवाही ना हो.
पीड़िता पर दबाव बनाए जाने की कोशिश
वहीं केरल में नन के साथ हुए बलात्कार मामले में रेखा शर्मा ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के अधिकारी द्वारा पीड़ित नन से बातचीत को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे पीड़िता पर दबाव बनाए जाने की कोशिश की जा रही है. राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस टाइप के सामने आने के बाद पंजाब के डीजीपी से जवाब तलब किया है.
रेखा शर्मा का कहना है कि कोई साधारण व्यक्ति होता तो बलात्कार के इस तरह के आरोप में अब तक उसकी गिरफ्तारी हो गई होती.