
गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा इन दिनों खासे सक्रिय नजर आ रहे हैं. कभी वो गरीबों को लंगर खिलाते दिखते हैं, हनुमान जयंती पर हनुमान मंदिर में पूजा करते हैं. वक्त निकालकर अंध विद्यालय जाकर दिव्यांगों से मिलते हैं. अपने जन्मदिन से पहले बाल्मीकि मंदिर जाकर आशीर्वाद लेते हैं. अब मंगलवार को वे अपने जन्मदिन के दिन अपने ऑफिस के बाहर गरीब बुज़ुर्ग महिलाओं के साथ केक काटकर और उनको लंगर खिलाकर उनका आशीर्वाद लेते नजर आये. इन सभी मौकों पर रॉबर्ट मीडिया के सवालों से दूर रहने की कोशिश करते हैं. लेकिन खुद तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं.
रॉबर्ट के जन्मदिन से पहले सुप्रीम कोर्ट में शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट सौंप दी गई. लाजमी था कि, रॉबर्ट अगर गरीब बुजुर्ग महिलाओं के बीच आएंगे तो मीडिया के सवालों से भी रू-ब-रू होना पड़ेगा. हालांकि, रॉबर्ट ने अपना कार्यक्रम नहीं टाला, वो आये करीब आधा घंटा रुके. बाद में मीडिया के सवालों पर खामोश रहे, पर कैमरा हटाने पर साफ कहा, "आज मेरा जन्मदिन है, इस दिन मैं आपसे कोई और बात नहीं करना चाहता, हां केक खाइये, मेरे साथ जन्मदिन में शरीक होने का शुक्रिया."
लेकिन, रॉबर्ट के ताजा कदम और सोशल मीडिया पर उनके द्वारा पोस्ट की जा रही तस्वीरों के साथ ही तमाम सामाजिक और राजनैतिक मुद्दों पर लगातार पोस्ट हो रहे उनके विचार एक इशारा जरूर देते हैं. क्या समाजसेवा के जरिए राजनीति की तरफ कदम बढ़ाने की रॉबर्ट की शुरुआत है? आखिर दक्षिण भारतीयों को लेकर तरुण विजय पर तीखा हमला संसद में मामला उठने से पहले ही रॉबर्ट कर चुके थे.
ऐसे में जन्मदिन पर वो भले ही अपनी समाजसेवी की छवि में ही कैद रहना चाहते हों, लेकिन देश के 12 राज्यों में उनके व्यक्तिगत और कांग्रेसी समर्थकों ने जन्मदिन के नाम पर बड़े-बड़े पोस्टर लगवा दिए. पंजाब, गुजरात, यूपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना जैसे कुल 12 राज्यों में लगाये गए पोस्टरों में ज्यादातर में रॉबर्ट को बतौर नेता बधाई लिखी दिखी और रॉबर्ट ने भी इस पर अपने फेसबुक और ट्विटर पर कुछ नहीं लिखा. कहावत यूं ही नहीं है कि, बिना आग के धुआं नहीं निकलता.
कुल मिलाकर रॉबर्ट आज 18 अप्रैल 2017 को 48 साल के हो गए. तमाम विवादों के बीच वो इस साल अपनी छवि समाजसेवी के रूप बनाने की कोशिश में लगे, हाल की तमाम गतिविधियां उनकी सियासत में दिलचस्पी की ओर संकेत तो दे ही रही है. लेकिन ये तो तय है कि, सबसे पहले रॉबर्ट को विवादों से उबरना होगा. आखिर वो हमेशा खुद को बेकसूर बताते रहे हैं, वो कहते रहे हैं कि, किसी अदालत ने उनको दोषी नहीं कहा.
लेकिन विरोधियों के गंभीर आरोपों के चलते वक्त की मांग तो यही है कि, उनको सामने आकर खुलकर खुद पर लगे एक-एक आरोप का जवाब और सफाई देनी चाहिए. हालांकि, उनके करीबी कहते हैं कि, सिर्फ चुनावों में सियासी फायदे के लिए उन पर आरोप लगाकर उनकी और कांग्रेस की छवि पर चोट की जाती है वरना 3 सालों से हरियाणा, राजस्थान से लेकर केंद्र में बीजेपी की सरकार है, क्यों रॉबर्ट के खिलाफ एक्शन लेकर उनको दोषी नहीं ठहराया जा सका.
खैर, ये तो रही सियासी बात. फिलहाल आज जन्मदिन के दिन तो रॉबर्ट की हमारी तरफ से भी हैप्पी बर्थ डे!