
कर्नाटक में कांग्रेस के मुस्लिम चेहरे रोशन बेग के बयान पर बवाल मच गया है. एग्जिट पोल के सर्वे आने के बाद बेग ने कर्नाटक में पार्टी की हार का ठीकरा पार्टी नेतृत्व पर फोड़ा था और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को भी कटघरे में खड़ा किया था. संभावित हार के लिए बेग ने कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव सहित पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल की भी तीखी आलोचना की थी. बेग के इस बयान को पार्टी ने गंभीरता से लिया है और उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
रोशन बेग ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'मुझे कारण बताओ नोटिस मिला है. मैं इसकी परवाह नहीं करता क्योंकि इसे उन्हीं लोगों ने भेजा है जिनकी काबिलियत पर मैंने सवाल उठाया था. राज्य के इन नेताओं का अहंकार काफी है. इन लोगों ने विपक्ष पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया लेकिन ये नहीं बताया कि मंत्री पद कितनी ऊंची कीमतों पर बेचे गए. मौजूदा सरकार प्रदेश के कांग्रेस नेता चला रहे हैं जिसके बारे में मैंने कई बार पार्टी आलाकमान और वरिष्ठ नेताओं को बताया है लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. लोगों के बीच अपनी बात रखने से पहले मैंने आंतरिक तौर पर अपनी शिकायतें रखीं. नेतृत्व किसी भी पार्टी को परिभाषित करता है और मैंने नेताओं पर निशाना साधा है. दुर्भाग्यवश नेतृत्व पर उठाए गए सवाल को नेताओं पर सवाल मान लिया गया. पार्टी के कई सक्षम और योग्य नेताओं को आज दरकिनार किया जा चुका है.'
नोटिस में उनसे पूछा गया है कि पार्टी नेतृत्व और मर्यादा तोड़ने के लिए उनके खिलाफ क्यों न कार्रवाई की जाए. बेग के बयान को पार्टी ने 'अपशब्द' करार देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है. दिनेश गुंडू राव ने ट्वीट में लिखा, 'अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.'
बेग ने अपनी ही पार्टी पर मुस्लिमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. बेग ने आरोप लगाया है कि 'पार्टी के नेताओं ने मुस्लिमों को साध लिया है. इस समुदाय से सिर्फ एक उम्मीदवार को लोकसभा चुनाव में टिकट दिया गया जबकि तीन कुरबा प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.' रोशन बेग के बेटे रूमन बेग ने भी अपने पिता की तरह कांग्रेस पर सवाल उठाया है. रूमन बेग ने एक ट्वीट में लिखा, 'कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों में भय का माहौल बनाया है. उन्होंने एक नैरेटिव बनाया है कि अगर वे बीजेपी को वोट देने का फैसला करते हैं तो अल्पसंख्यकों को दोषी महसूस करना चाहिए लेकिन वास्तव में कांग्रेस के नेतृत्व में अल्पसंख्यक वोटबैंक को सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.'
रोशन बेग कई महीनों से अपनी पार्टी के खिलाफ बोलते रहे हैं क्योंकि उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है. इसके लिए वे सीधा वरिष्ठ नेता सिद्दारमैया को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए भी वे सिद्दारमैया को दोषी मानते हैं. गौरतलब है कि 19 मई की शाम में जारी एग्जिट पोल में कर्नाटक में कांग्रेस की बुरी हार की तरफ इशारा किया गया है. आजतक एक्सिस माई इंडिया के सर्वे में कांग्रेस को मात्र 3-6 सीटें दी गई हैं जबकि बीजेपी को 21-25 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. लगभग सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस को कमोबेश इतनी ही सीटें दी गई हैं.