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एस. जयशंकर देंगे डिनर पार्टी, पाकिस्तानी उप उच्चायुक्त भी होंगे शामिल

दुनिया के सभी देशों के साथ भारत अपने कूटनीतिक रिश्ते को और मजबूत करने की पहल में जुट गया है. जल्द ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर एक डिनर पार्टी देंगे, जिसमें सभी देशों उच्चायोग और दूतावास के प्रमुख हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम में पाकिस्तानी की ओर से उप उच्चायुक्त सैयद हैदर शाह शामिल होंगे.

विदेश मंत्री एस. जयशंकर (फोटो-ट्विटर) विदेश मंत्री एस. जयशंकर (फोटो-ट्विटर)
गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 21 जून 2019,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST

दुनिया के सभी देशों के साथ भारत अपने कूटनीतिक रिश्ते को और मजबूत करने की पहल में जुट गया है. जल्द ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर एक डिनर पार्टी देंगे, जिसमें सभी देशों उच्चायोग और दूतावास के प्रमुख हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम में पाकिस्तानी की ओर से उप उच्चायुक्त सैयद हैदर शाह शामिल होंगे.

बहरहाल, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ 25 जून से तीन दिवसीय भारत यात्रा पर रहेंगे. इस दौरान वह विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "लोकसभा चुनाव के बाद यह अमेरिका के साथ पहली उच्च स्तरीय बैठक होगी." उन्होंने कहा, "विदेश मंत्री पोम्पिओ का दौरा दोनों पक्षों के बीच भारत-अमेरिकी रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने और आपसी सहमति के मुद्दों के लिए उच्च स्तरीय संबंध जारी रखने का अवसर प्रदान करेगा."

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दोबारा शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान से कहा है कि भारत उनके देश के साथ सामान्य और सहयोगी संबंध चाहता है, लेकिन इसके लिए 'विश्वास का माहौल, आतंक, हिंसा व शत्रुता से मुक्त माहौल' बनाने की जरूरत है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस महीने की शुरुआत में मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनने के लिए बधाई संदेश भेजा था, जिसके जवाब में प्रधानमंत्री ने यह संदेश उन्हें भेजा. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी को उनके बधाई संदेश के जवाब में यही संदेश दिया.

स्थापित कूटनीतिक प्रथा के तहत, प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के अपने समकक्षों से प्राप्त शुभकामना संदेश के जवाब में यह प्रतिक्रिया दी थी. विदेश मंत्रालय के मुताबिक अपने संदेशों में, दोनों ने उल्लेख किया कि भारत पाकिस्तान समेत अपने पड़ोसी देशों के साथ सामान्य और सहयोगी संबंध चाहता है. प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए, यह जरूरी है कि आतंक, हिंसा और शत्रुता से मुक्त और विश्वास का माहौल बनाया जाए." वहीं जयशंकर ने भी 'आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल' बनाने की जरूरत पर जोर दिया."

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