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सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर भड़की बीजेपी-कांग्रेस

बुधवार को 10 से 50 साल उम्र के बीच की दो महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में एंट्री कर भगवान अयप्पा के दर्शन किए, जिसका जमकर विरोध किया जा रहा है. धार्मिक संगठनों के अलावा विरोधी दलों ने भी इसकी निंदा की है और केरल सरकार को घेरा है.

सबरीमाला मंदिर की तस्वीर (फोटो-AP) सबरीमाला मंदिर की तस्वीर (फोटो-AP)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 6:26 PM IST

केरल के सबरीमाला मंदिर में बुधवार सुबह दो महिलाओं के प्रवेश करने के बाद कांग्रेस और बीजेपी ने केरल सरकार और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर जमकर हमला बोला. विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश ने श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत किया और यह 'प्रतिबंधित' आयुवर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश कराने के मुख्यमंत्री के कड़े रवैये को दर्शाता है.

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कांग्रेस नेता चेन्निथला ने कहा, 'वीमेन वॉल अभियान के बाद उन्हें कौन मंदिर लेकर गया? 24 दिसम्बर को पहली बार मंदिर में प्रवेश करने के असफल प्रयास के बाद से वे कई दिनों से फरार थीं. यह साफ है कि वे पुलिस संरक्षण में थीं. पुलिस ने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार काम किया. यह मुख्यमंत्री के अड़ियल रवैया का नतीजा है.'

उन्होंने यह भी कहा कि शुद्धिकरण के लिए मंदिर का बंद किया जाना 'शत प्रतिशत' सही है. वहीं, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता ने कहा कि वह राज्यभर में इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पी एस श्रीधरन पिल्लई ने कहा कि केरल सरकार को भगवान अयप्पा के 'क्रोध' का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठगा है. वहीं दूसरे बीजेपी नेता एम टी रमेश ने कहा कि पार्टी अगले दो दिनों तक श्रद्धालुओं द्वारा राज्य में किए जाने वाले 'नाम जपम' प्रदर्शन का समर्थन करेगी.

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सीएम के इस्तीफे की मांग

10-50 साल के बीच उम्र की दो महिलाओं के मंदिर में प्रवेश से मामला गरमा गया है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू कराने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ सबरीमाला कर्म समिति ने नाम जपम आंदोलन की शुरुआत की है और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है.

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर 2018 को 10 से 50 साल की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी. इसके बावजूद भगवान अयप्पा के भक्त और कई दक्षिणपंथी संगठन इन महिलाओं को मंदिर में जाने का विरोध कर रहे हैं.

इन दो महिलाओं ने की एंट्री

मंदिर में प्रवेश करने वाली दोनों महिलाओं की पहचान कनकदुर्गा (44) और बिंदू (42) के तौर पर की गई है. उन्होंने बुधवार को सुबह तीन बजकर 38 मिनट पर पारम्परिक काली पोशाक पहने भगवान अयप्पा के पवित्र मंदिर में प्रवेश किया था. उन्होंने अपने सिर ढके हुए थे. मंगलवार को महिलाओं के 'वीमेन वॉल' अभियान के तहत देश के उत्तरी सिरे कासरगोड से दक्षिणी छोर तक करीब 620 किलोमीटर लंबी एक श्रृंखला बनाने के एक दिन बाद महिलाएं बुधवार को यहां दर्शन के लिए पहुंची.

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