
केंद्रीय शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को इंडिया टुडे सफाईगीरी अवॉर्ड कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने जहां स्वच्छ भारत अभियान के टारगेट पर जानकारी दी. वहीं ये भी बताया कि सरकार का आगामी एजेंडा क्या है. हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 2024 तक भारत सिर्फ 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी ही नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे स्वच्छ देश भी होगा.
इससे पहले उन्होंने स्वच्छता मिशन के तहत किए गए सरकार के कामों का भी बखान किया. हरदीप पुरी ने बताया कि सरकार ने 65 लाख घरेलू या निजी टॉयलेट और 5 लाख पब्लिक टॉयलेट बनाने का लक्ष्य रखा था और इसे पूरा कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि 66 लाख घरेलू या निजी टॉयलेट बनाए जा चुके हैं और 5 लाख से ज्यादा पब्लिक टॉयलेट का निर्माण हो चुका है, जो कि टारगेट से ज्यादा है.
जबरदस्ती शौच मुक्त नहीं कहा जा सकता
जब हरदीप सिंह पुरी से यह सवाल किया गया कि नेताओं और अधिकारियों में अपने-अपने इलाकों को खुले में शौच मुक्त घोषित करने की होड़ लगी है जबकि हकीकत कुछ और ही होती है. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि कुछ लोग अति-उत्साह में ऐसा कर देते हैं, लेकिन जबरदस्ती किसी इलाके को खुले में शौच मुक्त नहीं बताया जा सकता है. अगर कहीं ऐसा होता है तो बाद में उसकी पोल खुल जाती है, क्योंकि इसका आकलन करने के लिए एक मैकेनिज्म है.
अपने बयान में हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि शहरी इलाकों में ऐसा नहीं है और सरकार जिस टारगेट को लेकर चली थी उसे पा लिया है. इस दावे के साथ ही हरदीप सिंह पुरी ने अगले पांच साल का टारगेट भी सफाईगीरी के मंच पर रखा. उन्होंने बताया कि 2024 तक भारत दुनिया का सबसे स्वच्छ देश होगा.