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संबित पात्रा बोले- राहुल गांधी ने जर्मनी में हिंदुस्तान को तुच्छ दिखाने की कोशिश की

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, देश के भीतर राहुल गांधी ने शिकंजी को लेकर कई बयान दिए. हम उनसे कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगते, लेकिन जहां पर दुनिया के 23 देश मौजूद हों इतने बड़े मंच पर अपने देश को इस ढंग से बताना ठीक नहीं है.

भाजपा प्रवक्ता संबिता पात्रा (फाइल फोटो) भाजपा प्रवक्ता संबिता पात्रा (फाइल फोटो)
वरुण शैलेश/अशोक सिंघल/हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 23 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST

जर्मनी में राहुल गांधी द्वारा मोदी सरकार को निशाना बनाए जाने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एतराज जताया है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को कहा कि राहुल गांधी ने जर्मनी में जो बयान दिए हैं वह देश को नीचा दिखाने की कोशिश है. हिंदुस्तान को कम आंका जाए ऐसा कोई मौका राहुल ने जाने नहीं दिया. कांग्रेस अध्यक्ष को बताना चाहिए कि इतने बड़े मंच से उन्होंने भारत के बारे में ऐसे बयान क्यों दिए?

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संबित पात्रा ने कहा, 'देश के भीतर राहुल गांधी ने शिकंजी को लेकर कई बयान दिए. आलू की फैक्टरी वाले बयान दिए. हम उन पर कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगते, लेकिन जहां पर दुनिया के 23 देश मौजूद हों इतने बड़े मंच पर अपने देश को इस ढंग से बताना ठीक नहीं है.' उन्होंने कहा कि राहुल ने भारत के बारे में जिन विषयों को उस मंच रखा, वह गंभीर विषय है.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी ने बेरोजगारी को लेकर अल्पसंख्यकों का जो मुद्दा उठाया और उसे आईएसआईएस से जोड़ा है, वह बहुत दुखद है. यह भद्दा मजाक है. यह अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय है. संबिता पात्रा ने राहुल गांधी से कुछ सवाल भी किए. उन्होंने पूछा कि वह देश में इस वक्त कोई विजन नहीं होने की बात करते हैं, लेकिन 70 सालों तक कांग्रेस की सरकार थी, उस वक्त उन्होंने कोई विजन क्यों नहीं दिया? संबित पात्रा का कहना है कि राहुल गांधी का भाषण झूठ और फरेब से भरा हुआ रहा.

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भाजपा प्रवक्ता ने एससी/एसटी एक्ट, मनरेगा और भोजन का अधिकार को लेकर राहुल के बयान की भी कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को इसकी जानकारी नहीं है. वह अध्ययन नहीं करते, लेकिन उनकी टीम के लोग तो उन्हें सही जानकारी दे सकते हैं. एससी/एसटी एक्ट को सरकार ने संसद में पास कर दिया है.

संबित पात्रा ने कहा, राहुल गांधी उस वक्त कहां मौजूद थे? उनका ध्यान कहां था? राइट टू फूड को लेकर भी राहुल गांधी की जानकारी ठीक नहीं है. राइट टू फूड कांग्रेस के जमाने में सिर्फ 11 राज्यों में लागू था जबकि हमने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू किया है.

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