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दलित और अल्पसंख्यकों के मामले में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा, 'हम चाहते हैं कि इस मामले में कोई हम पर उंगली न उठाए. हम समाज के सभी वर्ग को साथ लेकर चलना चाहते हैं ताकि सबका साथ और सबका विकास हो. हम कोई गुट नहीं बना रहें है ना ही हमें कोई गुट बनाने की जरूरत है. पासवान ने कहा कि ना ही नीतीश कुमार, ना ही रामविलास पासवान और ना ही उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से बाहर जाएंगे.
बिहार में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद ऐसी अटकले लगनी शुरू हो गई थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी नेताओं और खासकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और अश्वनी चौबे के बयानों और रवैये से खुश नहीं हैं. उसी दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा से भी मुलाकात की थी.
बता दें कि अटकले ये लगने लगी कि ये एनडीए के घटक दल बीजेपी से खफा है. लेकिन केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से सीधे तौर पर इन अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की और कहा कि एनडीए में कोई अलग गुट बनाने की जरूरत नहीं है और कोई भी एनडीए छोड़ कर नहीं जा रहा है.
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पासवान ने रविवार को पटना में 14 अप्रैल को आयोजित होने वाले बाबा साहेब आंबेडकर जयंती की तैयारियों को लेकर अपने कार्यकर्ताओं की बैठक कर रहें थे. इस आयोजन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विशेषतौर पर आमंत्रित किया गया है. इस कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी शिरकत करेंगे. हाल ही में हुए दलित आंदोलन को लेकर एनडीए के घटक दल बचाव की मुद्रा में थे. लेकिन बाबा साहेब के जन्मदिवस के अवसर पर इन्हें दलितों के उत्थान के लिए अपनी बात कहने का मौका मिलेगा.
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने SC/ST एक्ट पर खुलकर बोलते हुए कहा कि इसमें कोई बदलाव की जरूरत नहीं है उन्होंने कहा, हम लोगों ने इस एक्ट को प्रधानमंत्री बीपी सिंह के काल में बनवाया था.
दरअसल, SC/ST एक्ट की धारा 18 में लिखा है कि एफआईआर जिसके खिलाफ हुआ है उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश दिया है वो इसके उल्ट है. आदेश में बताया गया है कि गिरफ्तारी से पहले एसएसपी से जांच करवाए, लेकिन एक्ट में है कि बिना जांच के गिरफ्तार हो.