
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने आजतक के खास कार्यक्रम 'सीधी बात' में पुलवामा हमले और पाकिस्तान की जमीन से संचालित आतंकवाद पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि बदले के नाम पर कश्मीरी मुस्लिमों को प्रताड़ित करना बंद करें. फारूक ने कहा कि मुस्लिमों को प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने से पहले हमें अपने देश की परिस्थितियों को सही करना होगा.
फारूक ने कहा कि कश्मीर की समस्या राजनीतिक समस्या है, जिसे सुलझाने के लिए सरकार को कश्मीरी मुस्लिमों का दिल जीतना होगा. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले 5 वर्षों में कट्टरता में वृद्धि हुई है. ऐसे में मुस्लिम युवक प्रताड़ित किए जाएंगे तो क्या मुश्किलें पैदा नहीं होंगी. 'मुस्लिम विक्टिम कार्ड' खेलते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए वहां की मुस्लिम आबादी जिम्मेदार नहीं है. यह आफत पाकिस्तान से आई थी.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भी कश्मीरी पंडितों को लेकर कई वादे किए थे लेकिन मैं बता रहा हूं कि ये कुछ नहीं करेंगे. सिर्फ चुनाव जीतने के लिए वादे करेंगे.
अलगाववादियों की सुरक्षा पर साधी चुप्पी
सरकार द्वारा अलगाववादियों से सुरक्षा छीने जाने पर फारूक ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हालांकि, उन्होंने कहा कि सरकार ने ही पहले उन्हें सुरक्षा मुहैया करायी थी जिसे अब छीन लिया है. सरकार ने तो कांग्रेस नेताओं और नेश्नल कांफ्रेंस के नेताओं से भी सुरक्षा छीन ली है. ऐसे ही कश्मीर के नेताओं से सुरक्षा छिनी जाती रही तो घाटी में तिरंगा कौन थामेगा. राष्ट्र को कश्मीर के मुस्लिमों पर विश्वास जताने की जरूरत है. हम भारतीय हैं, मैंने कभी पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी नहीं की.
उन्होंने कहा कि कश्मीरियों पर हमला हो रहा है, उनकी क्या गलती है, क्या वो जैश-ए-मोहम्मद से मिले हुए हैं. उन्हें प्रताड़िता करना बंद करना चाहिए. उन्होंने कहा मैं नहीं जानता कि उपाय कैसे निकलेगा, लेकिन उपाय तो निकालना होगा. आज कश्मीरी छात्रों को देश में डर लग रहा है, वो वापस लौट रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हमें हिन्दुस्तान को एक रखना है तो हिन्दू-मुस्लिम करना बंद करना पड़ेगा. पत्थरबाजी पर उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि वतन मजबूत हो, तरक्की करे. कट्टरतावाद दोनों तरफ है. हमें इस आग को बुझाना होगा. सियासत ने हमेशा आतंक के खिलाफ एकजुटता दिखाई है.
उन्होंने कहा कि सिद्धू ने क्या कहा उसका जवाब वो खुद देंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि आज देश को एक रखना है तो देश की समस्याओं को सुलझाना होगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को हमने ही मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था, उन्होंने तो हमें नहीं दिया.
पाक चाहता है कि भारत में हिंदू-मुस्लिम लड़ें
अगर मुझे मौका मिला तो मैं सभी नेताओं से बात करके अपने वतन के मसले को यहीं पर सुलझा लूंगा. पाकिस्तान चाहता है कि भारत में हिन्दू-मुसलमान आपस में लड़े. सरकार की जो मंशा थी उस पर उन्होंने काम किया लेकिन कश्मीर में रामबन से आने वाली 30 मील की सड़क आए दिन बंद रहती है. सड़क खराब होने के कारण आज हजारों लोग फंसे हुए हैं यहां, उन्हें मस्जिदों में रखा है, गुरुद्वारों में रखा है और उन्हें कश्मीर के लोग ही खाना खिला रहे हैं. उसमें हिन्दू, मुसलमान और सिख सब शामिल हैं. इसके लिए सरकार जिम्मेदार है.
मैंने कभी पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं कहा
मुझे लेकर कहा जाता है कि मैं सरकार में रहता हूं तो कुछ और बोलता हूं और सरकार में नहीं रहने पर कुछ और बोलता हूं. मैंने कभी पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं कहा, जबकि मेरे घर पर रॉकेट फायर किए गए. हम लोगों पर कभी भरोसा नहीं होगा, क्योंकि हम मुसलमान हैं. मुसलमान पर भरोसा जताना शुरू कीजिए नहीं तो ऐसा अंजाम होगा कि पता नहीं इस मुल्क को खुदा भी बचा पाएगा या नहीं. इसलिए अपनी बोली को बदलिए.
पत्थरबाज बेहतर हैं या जैश-ए-मोहम्मद
मैंने हमेशा से कहा है कि हम भारतीय हैं लेकिन हमारे साथ बेहतर सलूक करना शुरू कीजिए. हम पर रोज आरोप मत लगाओ. गर्वनर शासन पर उन्होंने कहा कि गवर्नर रूल में पत्थरबाजी बंद हो गई और जैश-ए-मोहम्मद आगे बढ़ गया. क्या यह बेहतर है या पत्थरबाज बेहतर था. घाटी में गर्वनर शासन फेल रहा है, यहां जनता का शासन होना चाहिए और उसके लिए होने वाले चुनाव में सही मशीन का इस्तेमाल करना चाहिए, चोर मशीन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि दिल्ली और कश्मीर एक लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ेंगे तो समस्या का समाधान जल्दी होगा. पीएम मोदी का कार्यकाल कैसा रहा इस पर उन्होंने कहा कि यह लोकसभा चुनाव बताएगा कि उनका कार्यकाल कैसा रहा.