
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जनार्दन द्विवेदी के बेटे समीर द्विवेदी ने पाला बदल लिया है. समीर ने मंगलवार को बीजेपी की सदस्यता ली. करीब डेढ़ दशक तक कांग्रेस के संगठन महासचिव रहे जनार्दन द्विवेदी की गिनती सोनिया गांधी के करीबियों में होती है.
बेटे समीर के बीजेपी का दामन थामने पर जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि उन्हें इस बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर समीर ने बीजेपी जॉइन की है तो यह उनका खुद का फैसला है.
बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने से पहले कांग्रेस ने अपनी तैयारियों के लिए कई समितियों का गठन किया और चुनाव प्रबंधन समिति व प्रचार समिति में पूर्व महासचिव जनार्दन द्विवेदी को बतौर सदस्य जगह दी गई. द्विवेदी हाल के दिनों में कई मुद्दों को लेकर पार्टी के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए हैं.
30 मार्च 2018 को जनार्दन द्विवेदी को संगठन महासचिव पद से हटाया गया था. खास बात है कि इसका लेटर भी खुद उनके सिग्नेचर से जारी किया गया था. इस विदाई के साथ ही माना जा रहा था कि अब जनार्दन द्विवेदी सक्रिय राजनीति को अलविदा कह देंगे.
दिल्ली के लाल किला मैदान में बीते दिसंबर में आयोजित गीता प्रेरणा महोत्सव में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ कांग्रेस नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य जनार्दन द्विवेदी ने भी मंच साझा किया था. जिसके बाद उनके कांग्रेस छोड़ने की बात तेजी से फैली थी. कयास लगाए जा रहे थे कि द्विवेदी जल्द ही बड़ा फैसला ले सकते हैं.
हालांकि, उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी लेकिन उनके बेटे ने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को वोटों की गिनती की जाएगी.