
वरिष्ठ पत्रकार दिलीप पडगांवकर का दिल का दौरा पड़ने से शुक्रवार को पुणे के एक प्राइवेट अस्पताल में 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. दिलीप एक मशहूर लेखक और पूर्व में टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादक थे. दिलीप को बीते 18 नवंबर को पुणे के रूबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उनकी किडनी ने काम करना बंद कर दिया था, साथ ही कई अन्य अंगों ने भी काम करना बंद कर दिया था जिसके बाद उन्हें डायलसिस पर रखा गया था.
पुणे में ही जन्मे दिलीप ने अपनी पढ़ाई सेंट विन्सेंट हाई स्कूल और फर्ग्युसन कॉलेज से की जिसके बाद वह डाक्टेरट पढ़ने फ्रांस की पेरिस-सॉर्बोन यूनिवर्सिटी गए. 1978 में उन्होंने बैंकॉक में यूनेस्को से जुड़ने के बाद उन्होंने पेरिस में सूचना विभाग में अपनी सेवाएं दी.
दिलीप ने पत्रकारिता की शुरुआत 1968 में 24 वर्ष की उम्र में की और पेरिस में ही टाइम्स ऑफ इंडिया से जुड़े. दिलीप पडगांवकर की मौत की खबर पर देश की कई नामचीन हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया कि 'मेरे दोस्त, दिलीप पडगांवकर की मौत होने से गहरा दुख पहुंचा, उनके परिवार परिवार को सांत्वना.'
इंडिया टुडे टेलीविजन के कंस्लटिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने भी ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी, उन्होंने ट्वीट में लिखा कि 'मेरे पहले एडिटर दिलीप पडगांवकर, संस्कृति और बुद्धि का एक आदमी, जिन्होंने हमेशा युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित किया, आज उनका निधन हो गया है, भगवान उनकी आत्ना को शांति दें.'