
केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में ये दावा किया है कि अलगाववादियों के सीमापार बैठे आतंकियों से संबंध हैं. सरकार ने पाकिस्तान प्रायोजित अशांति फैलाने वालों और कश्मीरी अलगाववादियों के बीच मिलीभगत की पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ अलगाववादी नेता लगातार सीमापार और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बैठे आतंकियों के सरगनाओं से संपर्क में हैं. घाटी में हिंसा फैलाने के लिए इन अलगाववादियों को पाकिस्तान से निर्देश और पैसा दोनों दिए जाते हैं.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के अनुसार केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, हमारे पास इस बात की पुख्ता सूचना है कि पड़ोसी देशों की तरफ से प्रायोजित विनाशकारी तत्वों और अलगाववादियों के बीच संबंध है. ऐसे असमाजिक तत्वों के खिलाफ कानून के तहत आवश्यक कदम लिए गए हैं.
अहीर ने सदन में बैठे सांसदों से कहा कि ऐसा पता चला है कि कुछ प्रमुख अलगाववादी नेता पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकियों के बीच संपर्क है. इससे एक बात तो साफ है कि घाटी में अशांति फैलाने के लिए आतंकी अलगावादियों का इस्तेमाल करेंगे.