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BJP के झांसे में नहीं आए पढ़े लिखे मतदाता, ठगे गए वोट देने वाले: शशि थरूर

लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार झेलने के बाद देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में आत्ममंथन का दौर जारी है. कांग्रेस  नेता इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि हार क्यों हुई, वहीं कुछ नेता हार के कारण भी गिना रहे हैं.

कांग्रेस नेता शशि थरूर कांग्रेस नेता शशि थरूर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 जून 2019,
  • अपडेटेड 12:51 PM IST

लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार झेलने के बाद देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में आत्ममंथन का दौर जारी है. कांग्रेस  नेता इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि हार क्यों हुई, वहीं कुछ नेता हार के कारण भी गिना रहे हैं. इस बार केरल के तिरुअनंतपुरम से जीत कर आए शशि थरूर का मानना है कि जिन राज्यों में भाजपा को जीत मिली है, वहां पर सरकार का काम मुद्दा नहीं रहा. लेकिन जहां पर बीजेपी का जादू नहीं चला, वहां पर पढ़े लिखे मतदाता उनके झांसे में नहीं आए.

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एक हिंदी अखबार के लिए लिखे गए लेख में शशि थरूर ने कहा, ‘जो राज्य भारतीय जनता पार्टी की ओर मुड़े, वहां ऐसा लगता है कि सरकार का कामकाज, सामाजिक मुद्दों का कोई असर ही नहीं रहा गया, सिर्फ व्यक्तिगत आधार पर जनता को ठग लिया गया.’

इसके अलावा शशि थरूर बोले, ‘...केरल, तमिलनाडु और पंजाब के पढ़े लिखे मतदाता भाजपा की इस प्रचार करने वाली नीति और सैन्यवाद के झांसे में नहीं आए.’

उन्होंने लिखा कि 2014 में लोगों ने रोजगार, विकास के मुद्दों और अच्छे दिन की उम्मीद पर वोट दिया था. लेकिन 2019 में नरेंद्र मोदी ने इस प्रकार का प्रचार किया जिसमें ये मुद्दे गायब थे. इस बार लोगों से कहा गया कि देश भीतरी और बाहरी दुश्मनों से घिरा हुआ है. लोगों को बताया गया कि सिर्फ एक राष्ट्रवादी चौकीदार ही देश को इन मुश्किलों से बचा सकता है.

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शशि थरूर ने लिखा कि लोगों ने इस बात पर विश्वास किया, ये तरीका काम कर गया और पिछली बार से भी बड़ी जीत मिल गई. उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि सिर्फ 37 फीसदी वोटरों ने ही भाजपा को लोकसभा की 56 फीसदी से अधिक सीटें दे दी.

गौरतलब है कि कांग्रेस में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही हलचल है. कई प्रदेश अध्यक्ष इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं, तो वहीं राहुल गांधी ने भी पद छोड़ने की बात कही है.

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