Advertisement

सिंगापुर में भारतीय ने किया CAA का विरोध, अब पुलिस कर रही तलाश

सिंगापुर में एक भारतीय ने नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध दर्ज किया, लेकिन अब उसपर ये भारी पड़ता दिख रहा है. क्योंकि सिंगापुर पुलिस ने अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है, साथ ही प्रदर्शनकारी की तलाश जारी है.

नागरिकता संशोधन कानून का जारी है विरोध नागरिकता संशोधन कानून का जारी है विरोध
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:24 PM IST

  • सिंगापुर में भारतीय नागरिक ने किया CAA का विरोध
  • पुलिस कर रही है विरोध प्रदर्शन मामले की जांच
  • सिंगापुर में बिना इजाजत प्रदर्शन करने पर है रोक

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है. देश से बाहर अन्य देशों में जो भारतीय रह रहे हैं वह भी इस मसले पर अपनी बात रख रहे हैं. सिंगापुर में एक भारतीय ने नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध दर्ज किया, लेकिन अब उसपर ये भारी पड़ता दिख रहा है. क्योंकि सिंगापुर पुलिस ने अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है, साथ ही प्रदर्शनकारी की तलाश जारी है.

Advertisement

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, सिंगापुर पुलिस एक भारतीय नागरिक से जुड़े केस की जांच कर रही है, जिसने सिंगापुर में नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध किया था. बता दें कि सिंगापुर में किसी दूसरे देश से जुड़े राजनीतिक मामलों पर विरोध प्रदर्शन करना मना है, यही कारण है कि अब इस मसले पर जांच शुरू हो गई है.

सिंगापुर पुलिस ने इस मामले में बयान दिया है कि मरीना बे इलाके में एक भारतीय नागरिक ने नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध किया था, वो CAA के खिलाफ एक प्लेकार्ड लेकर खड़ा हुआ था. जिसपर लिखा था कि ‘अपना रोष जताने के लिए’.

पुलिस का कहना है कि सिंगापुर में किसी भी रैली, प्रदर्शन या विरोध का बिना पुलिस परमिशन आयोजन नहीं किया जाता है. खासकर तब जबकि इससे किसी दूसरे देश का संबंध हो. मरीना बे सिंगापुर का मशहूर टूरिस्ट स्पॉट है और यहां किसी तरह का प्रदर्शन करना मना है, जबतक पुलिस की परमिशन ना ली गई हो.

Advertisement

आपको बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन एक्ट पर देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इससे पहले कुछ अन्य देशों में भी CAA के खिलाफ कुछ प्रदर्शनकारी प्ले कार्ड के साथ नजर आए थे. इस कानून के तहत 2014 से पहले भारत में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश से आए सिख, जैन, हिंदू, पारसी, ईसाई और बौद्ध धर्म के शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल जाएगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement