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दक्षिण पश्चिम मानसून ने भारतीय उपमहाद्वीप में दस्तक दे दी है. मंगलवार को मानसून केरल और उत्तर पश्चिम में पहुंच गया. इस बार यह समय से दो दिन पहले दस्तक दी है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के डायरेक्टर जनरल केजे रमेश ने बताया कि इस बार मानसून ने न सिर्फ केरल बल्कि उत्तर पूर्व में भी समय से पहले दस्तक दी है, जो कृषि के लिहाज से बेहद सकारात्मक है.
रमेश ने बताया कि चक्रवाती तूफान 'मोरा' की वजह से मानसूनी बारिश जल्द हो रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक मानसून आमतौर पर एक जून को केरल तट पर पहुंचता है, लेकिन इस बार यह अपने
निर्धारित समय से दो दिन पहले ही पहुंच गया है. केरल और उत्तर पूर्व में बारिश शुरू हो गई है. इससे पहले बंगाल की खाड़ी की ओर से केरल तट की ओर मानसून के तेजी से बढ़ने की बात कही गई थी.
इससे पहले चक्रवाती तूफान मोरा बंगाल की खाड़ी की ओर से बांग्लादेश की ओर आ गया. मंगलवार सुबह वह बांग्लादेशी तट से टकरा गया. भारतीय नौसेना भी बांग्लादेश की मदद के लिए बिल्कुल तैयार है. मोरा का असर पूर्वोत्तर के कई भारतीय राज्यों पर भी पड़ सकता है, जिसको लेकर चेतावनी भी जारी कर दी गई थी. इसके अलावा त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में भी तेज बारिश का पूर्वानुमान जताया गया था.