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भारत में पहली बार पटरी पर दौड़ी 2km लंबी 'सुपर एनाकोंडा', इंडियन रेलवे ने बनाया रिकॉर्ड

रेलवे ने पटरियों पर दो किलोमीटर लंबी 'सुपर एनाकोंडा' को दौड़ाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया है. यह पहली बार है जब देश में दो किलोमीटर लंबी ट्रेन दौड़ाई गई है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्रेन का वीडियो शेयर करते हुए इसे 'सुपर एनाकोंडा' बताया है.

Super Anaconda On Railway Track (Representative photo) Super Anaconda On Railway Track (Representative photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 3:19 PM IST

इंडियन रेलवे ने पटरियों पर दो किलोमीटर लंबी ट्रेन चलाकर एक नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है. इस ट्रेन को 'सुपर एनाकोंडा' नाम दिया गया है. यह पहली बार है जब देश में दो किलोमीटर लंबी ट्रेन दौड़ाई गई है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्रेन का वीडियो शेयर करते हुए इसे 'सुपर एनाकोंडा' बताया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'माल से लदी हुई 177 वैगनों वाली इस मालगाड़ी का पटरी पर दौड़ना इंडियन रेलवे के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है.'

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दरअसल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने तीन मालगाड़ियों को जोड़कर देश में पहली बार पटरियों पर दो किलोमीटर लंबी मालगाड़ी दौड़ाकर यह नया रिकॉर्ड बनाया है. यह ट्रेन 'एनाकोंडा फॉर्मेशन' में ओडिशा के लाजकुरा और राउरकेला के बीच दौड़ाई गई.

इस ट्रेन में कुल 15 हजार टन का सामान लोड था. यह अनोखा प्रयोग माल ढुलाई में लगने वाले समय की बचत के लिए किया गया. रेलवे के लिए इस ट्रेन का दौड़ना इसलिए भी बड़ी बात है कि इसे मालवाहक ट्रेनों के सबसे व्यस्त मार्ग पर चलाया गया.

इस ट्रेन में तीन माल गाड़ियों को एक साथ लगाया गया, जिसमें बिलासपुर और चक्रधरपुर डिवीजनों के माध्यम से 1 करोड़ रुपये से ज्यादा के सामान की ढुलाई की गई. इस मालगाड़ी की अधिकतम गति 60 किमी प्रति घंटा रही.

ब्रजराजनगर के पास लाजकुरा से शुरू होकर, यह 'सुपर एनाकोंडा' 2 घंटे और 15 मिनट के रिकॉर्ड समय में राउरकेला स्टेशन पर पहुंचा. इस ऑपरेशन में शामिल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक बार में तीन मालगाड़ियों को एक साथ चलाना एक रोमांचकारी अनुभव था.

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इसके लिए 6000 हॉर्स पावर की क्षमता वाले 3 इलेक्ट्रिक इंजन को लगाया गया था. साथ ही रेलवे ने लोडेड वैगनों के रवाना होने ठीक पहले एक साथ तीन खाली रेक भी चलाकर देखी थी. अब तक दो ही मालगाड़ियों को एक में मिलाकर चलाया गया था, लेकिन यह पहली बार है जब तीन मालगाड़ियों को एक साथ जोड़ा गया.

इसे मुख्य लोको पायलट रणधीर कुमार और गार्ड एस मल्लिक दोनों ने रायगढ़ से चलाया. चालक दल की टीम में कुल 6 लोको और सहायक लोको पायलट शामिल थे.

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