Advertisement

सुप्रीम कोर्ट के 4 नए जजों ने ली शपथ, अगले महीने से एकल जज पीठ भी संभव

सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को चार नए जजों ने शपथ ली. सोमवार को जस्टिस रामसुब्रमण्यन, जस्टिसकृष्ण मुरारी, जस्टिस आर रविन्द्र भट्ट और जस्टिस हृषिकेश रॉय ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. इसके साथ ही अब सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल संख्या 34 हो गई है.

सुप्रीम कोर्ट में 4 नये जजों ने शपथ ली (फाइल फोटो) सुप्रीम कोर्ट में 4 नये जजों ने शपथ ली (फाइल फोटो)
संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 23 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:19 AM IST

  • सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों ने सोमवार को ली शपथ
  • सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल संख्या हुई 34

सुप्रीम कोर्ट में आज चार नए जजों की नियुक्ति हो गई. जस्टिस रामसुब्रमण्यन, जस्टिसकृष्ण मुरारी, जस्टिस आर रविन्द्र भट्ट और जस्टिस हृषिकेश रॉय ने सोमवार को शपथ ली. इसके साथ ही अब सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल संख्या 34 हो गई है. सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल स्वीकृत संख्या 34 है. सोमवार की नियुक्तियों के साथ ये संख्या पूरी हो गई है.

Advertisement

अब माना जा रहा है कि अगले महीने से एकल जज पीठ की व्यवस्था भी शुरू हो जाएगी. अगर ऐसा हुआ तो 40 साल बाद फिर से सुप्रीम कोर्ट में एकल जज पीठ अहम मसलों की सुनवाई करेगी.

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट पर मुकदमों के बढ़ते बोझ को कम करने की वजह से चीफ जस्टिस रंजन गोगोई एकल पीठ प्रणाली को फिर से बहाल करना चाह रहे थे. जस्टिस गोगोई पहले भी कह चुके हैं कि वो ऐसी व्यवस्था करेंगे कि 7 साल से कम सजा के प्रावधान वाले मुकदमों यानी भारतीय अपराधिक प्रक्रिया संहिता यानी सीआरपीसी की धारा 437, 438 और 439 के तहत जमानत, अग्रिम जमानत और मुकदमे ट्रांसफर करने जैसे मामलों में एकल जज पीठ ही तय कर दे.

कानून के क्षेत्र से जुड़े लोगों का मानना है कि एकल पीठ प्रणाली को बहाल करने से सुप्रीम कोर्ट पर मुकदमों का बोझ कम होगा और लोगों को समयबद्ध तरीके से इंसाफ मिल सकेगा.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement