
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु को नागर विमानन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. शनिवार को राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. सुरेश प्रभु को यह प्रभार सौंपे जाने से पहले यह मंत्रालय तेलुगू देसम पार्टी (टीडीपी) सांसद अशोक गजपति राजू के पास था.
पिछले दिनों आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न दिए जाने की वजह से अशोक गजपति राजू ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने बीते बुधवार को इस्तीफे का ऐलान किया और गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें अपना त्याग पत्र सौंपा था.
एक विज्ञप्ति में प्रवक्ता ने बताया, प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने निर्देश दिया कि कैबिनेट मंत्री सुरेश प्रभु को उनके मौजूदा मंत्रालय के अतिरिक्त नागर विमानन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया जाएगा.
पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के कहने पर उनकी पार्टी टीडीपी के केंद्र में दोनों मंत्रियों अशोक गजपति राजू और वाईएस चौधरी ने इस्तीफा दिया था और टीडीपी ने बीजेपी के कैबिनेट से अपना रिश्ता तोड़ लिया. मालूम हो कि वाईएस चौधरी केंद्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री थे. हालांकि टीडीपी एनडीए से अभी पूरी तरह अलग नहीं हुई है.
बता दें कि पिछले साल मोदी कैबिनेट फेरबदल में सुरेश प्रभु को रेल मंत्रालय से स्थांतरित कर वाणिज्य मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया था और उनकी जगह पीयूष गोयल को रेल मंत्री बनाया गया था. लगातार हो रेल हादसों के बाद सुरेश प्रभु ने रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन पीएम मोदी ने उन्हें 'इंतजार' करने को कहा था.
राष्ट्रपति भवन ने आज इसकी पुष्टि की कि प्रभु को नागर विमानन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने बताया, 'प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रभु को नागर विमानन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार देने का निर्देश दिया था. सुरेश प्रभु वाणिज्य मंत्रालय का काम भी देखते रहेंगे.'