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कुलभूषण जाधव के लिए सुषमा स्वराज ने खुद सरताज अजीज को लिखी थी चिट्ठी

गोपाल बागले ने बताया कि कुलभूषण जाधव के परिवार को पाकिस्तान जाकर उनसे मिलने के लिए खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सरताज अजीज को 27 अप्रैल को चिट्ठी लिखकर परिवार को वीजा देने की अपील की थी. लेकिन इसके बावजूद उनके परिवार को वीजा नहीं दी गई.

सरताज अजीज, कुलभूषण जाधव और सुषमा स्वराज सरताज अजीज, कुलभूषण जाधव और सुषमा स्वराज
बालकृष्ण
  • नई दिल्ली,
  • 10 मई 2017,
  • अपडेटेड 7:09 PM IST

कुलभूषण जाधव की फांसी पर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस द्वारा रोक लगाए जाने से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. भारत में जितनी जल्दी और जितनी कुशलता से इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में जाकर कुलभूषण के फांसी पर स्टे हासिल कर लिया है उससे पाकिस्तान हैरान है.

दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने बताया कि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस जाने का फैसला भारत सरकार ने बहुत सोच समझकर तब लिया जब पाकिस्तान काउंसलर एक्सेस देने के भारत के प्रस्ताव को लगातार नामंजूर कर रहा था. भारत अब तक 16 बार काउंसलर एक्सेस के लिए पाकिस्तान सरकार से अनुरोध कर चुका है.

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गोपाल बागले ने बताया कि कुलभूषण जाधव के परिवार को पाकिस्तान जाकर उनसे मिलने के लिए खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सरताज अजीज को 27 अप्रैल को चिट्ठी लिखकर परिवार को वीजा देने की अपील की थी. लेकिन इसके बावजूद उनके परिवार को वीजा नहीं दी गई.

गोपाल बागले ने बताया कि कुलभूषण जाधव कहां हैं और किस हाल में हैं, इसके बारे में अभी भी कुछ पता नहीं है. क्योंकि बार-बार कहने के बावजूद पाकिस्तान इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहा है.

भारत करीब 45 सालों के बाद पहली बार इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में किसी मामले को लेकर गया है. इस बारे में पूछे जाने पर गोपाल बागले ने कहा कि कुलभूषण न सिर्फ एक निर्दोष व्यक्ति हैं बल्कि देश की संतान हैं. उन्हें बचाने के लिए सरकार ने काफी सोच समझकर यह कदम उठाया.

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जल्द शुरू होगी कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई
नीदरलैंड की राजधानी हेग में कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई कुछ दिनों में शुरू होगी और भारत के प्रसिद्ध वकील हरीश साल्वे भारत की तरफ से इस मामले की पैरवी करेंगे.

एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि पाकिस्तान से इलाज के लिए भारत में आने वालों के लिए वीजा देना भारत सरकार ने बंद नहीं किया है. लेकिन सोशल मीडिया पर इलाज के लिए वीजा देने के अनुरोध को मानना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि इलाज के लिए भारत आने की इच्छा रखने वाले लोग अगर सरताज अजीज की चिट्ठी के साथ में प्रार्थना पत्र भेजें तो भारत ऐसे लोगों को वीजा देने में कोई देर नहीं करेगा.

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