
केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच जारी तनातनी के बीच बंगाल बीजेपी के नेता और प्रतिपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने पीएम मोदी की रिव्यू मीटिंग में उनको बुलाए जाने पर भी जवाब दिया. शुभेंदु ने कहा कि राज्य में अत्याचार जारी है. उत्तर-24 परगना में आज भी एक व्यक्ति को पीटा गया.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि चक्रवात 'यास' के बाद से लोगों में डर है, खासकर तटीय इलाकों और गांवों में रहने वालों में. मत्स्य पालन और अन्य रोजगार प्रभावित हुए. ऐसे में केंद्र और राज्य मिलकर काम कर रहे हैं, हम उसका पालन करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन राज्य सरकार राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि तूफान शांत होने के 48 घंटे के बाद सीएम ममता दीघा और कलाईकुंडा गईं और पीएम के साथ समीक्षा बैठक का हिस्सा बनीं.
बीजेपी नेता शुभेंदु ने कहा कि 2019 में Cyclone Fani के दौरान वह एक समीक्षा बैठक का हिस्सा थीं. उन्होंने तूफान Amphan के लिए भी धन की मांग की थी. लेकिन कल बैठक में सीएम ममता और मुख्य सचिव ने पीएम मोदी और राज्यपाल का अपमान किया, मेरे पास इसके लिए शब्द नहीं हैं.
शुभेंदु ने कहा कि लोगों के कल्याण के लिए काम करने के लिए मैं पीएमओ और गृह मंत्री कार्यालय के संपर्क में हूं. मैं मीटिंग में था क्योंकि एक तटीय क्षेत्र से जीता हूं, जो तूफान से प्रभावित है. मैं अपने विचारों को उनके सामने रखना चाहता था.
ममता के आरोपों पर बीजेपी नेता ने कहा कि उन्होंने पीएम की मीटिंग यह कहते हुए छोड़ दी कि उनका शेड्यूल पहले से फिक्स है. मीटिंग में राज्यपाल, एक केंद्रीय मंत्री और मैं था. मैं वहां जाना चाहता था, इसलिए मुझे बुलाया गया. लेकिन ममता ने कहा कि मुझे प्रतिपक्ष के नेता की मान्यता नहीं दी गई. लेकिन मैं बता दूं 10 मई को दिलीप घोष ने मुझे नेता प्रतिपक्ष घोषित किया था.
शुभेंदु ने ममता के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा कि पीएम से मीटिंग से पहले उनका हेलीकॉप्टर हवा में चक्कर लगा रहा था. शुभेंदु ने कहा मैं वहां था, दोपहर 2:05 बजे हेलीकॉप्टर उतरना था और दोपहर 2:15 बजे वह उतर गया, आखिर इसमें क्या देर हुई.
शुभेंदु ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि आप जैसा चाहें वैसा नहीं कर सकते. आप नंदीग्राम में हार गई हैं, एक गैर विधायक मुख्यमंत्री, विधायक का अपमान नहीं कर सकता जो जीता है. ममता ने परंपरा और नियम को तोड़ा.
उन्होंने कहा कि उड़ीसा के सीएम दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक (चक्रवात यास) के लिए आए थे. उड़ीसा सरकार ने रिपोर्ट दी और प्रधानमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण किया. सर्वेक्षण के बाद पीएम को कलाईकुंडा में बैठक करनी थी. लेकिन पीएम ने ममता का 30 मिनट तक इंतजार किया, यह शर्मनाक है.
मुख्य सचिव के तबादले पर शुभेंदु ने कहा कि यह किसी राजनीतिक दल के बारे में नहीं है. उन्होंने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के रूप में, प्रोटोकॉल तोड़ा है. संविधान के अनुसार यह तबादला उचित है. यह मैं इसलिए कह सकता हूं क्योंकि मैं लंबे समय से राजनीति में हूं. मैं यह नहीं कहूंगा कि मुख्य सचिव ने अपनी मर्जी से ऐसा किया, उन्हें कल ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया था.
रिपोर्ट- प्रेमा राजाराम