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स्वाइन फ्लू का इफेक्ट, धर्मगुरुओं की अपील- इस बकरीद ना मिलें गले

उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 66 में यानी प्रदेश के करीब 88 फीसदी इलाके में स्वाइन फ्लू के मरीज मिले हैं. गौर करने वाली बात यह है कि स्वाइन फ्लू के राज्य में कुल 2725 मरीजों में 1622 केवल लखनऊ में मिले हैं, जिनमें से 12 की मौत हो गई है.

फाइल फोटो फाइल फोटो
कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह
  • लखनऊ,
  • 02 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 12:18 AM IST

बकरीद (ईद-उल-अजहा) के मौके पर इस साल यूपी में कुछ अलग ही नजारा नजर आने वाला है. दरअसल इस बार राज्य में व्यापक स्तर पर फैले स्वाइन फ्लू के चलते मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने अपील जारी की है कि इस बार बकरीद की नमाज के बाद गले ना मिलें बल्कि सलाम कर के मुबारकबाद दें. दरअसल यह अपील इसलिए जारी की गई है कि गले ना मिलकर स्वाइन फ्लू के वायरस को और फैलने से रोका जा सके.

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उत्तर प्रदेश के 75 में से 66 जिलों में स्वाइन फ्लू अपना पैर पसार चुका है. इसी वजह से मुस्लिम धर्म गुरू थोड़ी ज्यादा सतर्कता बदल रहे हैं. दरअसल, ईद पर कुछ लोग तीन बार गले मिलते हैं तो कुछ एक बार. इसी वजह से धर्म गुरुओं को बकरीद से पहले अपील जारी करनी पड़ी है.

आपको यह भी बता दें कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 66 में यानी प्रदेश के करीब 88 फीसदी इलाके में स्वाइन फ्लू के मरीज मिले हैं. गौर करने वाली बात यह है कि स्वाइन फ्लू के राज्य में कुल 2725 मरीजों में 1622 केवल लखनऊ में मिले हैं, जिनमें से 12 की मौत हो गई है. ईद की सबसे बड़ी नमाज भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही होती है. आमतौर पर नमाज के बाद एक व्यक्ति दर्जनों लोगों से गले मिलता है. ऐसे में इस बार स्वाइन फ्लू के फैलने की गुंजाइश कुछ ज्यादा ही बढ़ सकती है.

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