
अक्सर विवादों में रहने वालीं तमिलनाडु की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष डॉ. तमिलसाई सुंदरराजन ने दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना 'आयुष्मान भारत' शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोबल शांति पुरस्कार 2019 के लिए नामित किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के लिए उनके इस नामांकन में लोगों से भी शामिल होने की अपील की है.
तमिलसाई सुंदरराजन के पति प्रोफेसर पी. सुंदरराजन ने भी पीएम मोदी को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया है. उनके पति एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी में नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख हैं.
प्रदेश अध्यक्ष के कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि स्वास्थ योजना आयुष्मान योजना नई मिसाल कायम करेगी और इससे लोगों के जीवन में बदलाव देखने को मिलेगा, खासकर उन लोगों को जो वंचित तबके से संबंध रखते हैं. तमिलसाई ने यह भी अपील की है कि स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाले, यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, सांसदों को भी नोबेल पुरस्कार के लिए प्रधानमंत्री मोदी को नामांकित करना चाहिए.
इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए तमिलसाई ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का विरोध करने वाली तमिलनाडु सरकार सकार को इसकी अहमियत को समझना होगा. यह योजना व्यापक सेवा मुहैया कराने वाली है. उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर के तौर पर मैं जमीनी तौर पर लोगों से मिलती हूं और जानती हूं कि यह योजना लोगों की किस तरह से मदद करेगी. गरीब लोगों को इलाज के दौरान तमाम दिक्कतों का सामना करना है, उन्हें इस योजना से राहत मिलेगी.
तमिलसाई सुंदरराजन पीएम मोदी के जन्मदिन पर नवजात शिशुओं को सोने की अंगूठी भेंट कर चर्चा में आई थीं. उन्होंने चेन्नई के नगर निकाय की ओर से चलाए जाने वाले सरकारी अस्पताल में जन्मे नवजात शिशुओं को सोने की अंगूठी भेंट की थी.
गौरतलब है कि हाल ही में एक ऑटो ड्राइवर की पिटाई को लेकर भी वह चर्चा में रहीं थीं. दरअसल, चेन्नई के सैदापेट में सुंदरराजन पत्रकारों के साथ बातचीत कर रही थीं. इसी बीच एक ऑटो ड्राइवर ने तेल की बढ़ती कीमतों में सवाल कर दिया. इस पर बीजेपी नेता वी. कालीदास बिफर गए और उन्होंने ऑटो ड्राइवर को कोहनी मारते हुए धक्का देकर पीछे कर दिया, जबकि इस दौरान तमिलसाई सुंदरराजन मुस्कुराते हुए नजर आ रही थीं. इसी तरह चेन्नई एयरपोर्ट पर उन्हें एक छात्रा के विरोध का सामना करना पड़ा था.