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तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता की स्टरलाइट कॉपर यूनिट को बंद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई से राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष स्टालिन, अभिनेता रजनीकांत, अभिनेता विशाल और कमल हासन ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की गोलीबारी की कड़ी निंदा की है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि तमिलनाडु में स्टरलाइट प्रदर्शन में पुलिस कार्रवाई में लोगों की मौत राज्य प्रायोजित आतंकवाद का बर्बर उदाहरण है. उन्होंने ट्वीट किया, 'तमिलनाडु में स्टरलाइट विरोधी प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लोगों को मार दिया. यह सरकार प्रायोजित आतंकवाद की बर्बर मिसाल है.' उन्होंने कहा, 'अन्याय का विरोध करने के लिए इन नागरिकों की हत्या की गई है. इन शहीदों के परिवारों और घायलों के प्रति मेरी संवेदना और प्रार्थना है.'
तूतीकोरिन जाएंगे डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष स्टालिन
डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष स्टालिन ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है. उन्होंने कहा कि बुधवार को वो तूतीकोरिन का दौरा करेंगे और मृतकों के परिजनों और घायलों से मुलाकात करेंगे.
मौत के लिए तमिलनाडु सरकार जिम्मेदारः रजनीकांत
अभिनेता रजनीकांत ने लोगों की मौत के लिए तमिलनाडु सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार को पुलिस की गोलीबारी में लोगों की मौत की जिम्मेदारी तमिलनाडु सरकार को लेनी चाहिए.
निर्दोष लोगों की बर्बर हत्या पर चुप्पी तोड़ें पीएमः अभिनेता विशाल
अभिनेता विशाल ने पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए ट्वीट किया, 'मैं तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान निर्दोष लोगों की बर्बर तरीक से हत्या की कड़ी निंदा करता हूं. मृतकों और घायलों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. यह प्रदर्शन अपने निजी लाभ के लिए नहीं हो रहा है, बल्कि समाज के हित के लिए हो रहा है.' उन्होंने पीएम मोदी से भी इस घटना पर अपनी चुप्पी तोड़ने की अपील की है.
लोगों को समस्या पैदा करने वाले नियम बर्दाश्त नहींः कमल हासन
कमल हासन ने कहा कि स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन पुलिस की कार्रवाई में लोगों के मारे जाने की घटना बेहद दुखद है. हम उन नियमों को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं, जो लोगों के लिए समस्या पैदा करने वाले कारखानों (factories) को फायदा पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं.
उधर, तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने तूतीकोरिन में पुलिस की कार्रवाई में 11 लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की है. साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
CM बोले- हिंसा को रोकने के लिए पुलिस को चलानी पड़ी गोलियां
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कहा कि प्रदर्शनकारी क्षेत्र में निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर कलेक्ट्रेट की तरफ जुलूस निकाल रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव ही नहीं किया, बल्कि उनके वाहनों और कलेक्ट्रेट में खड़े वाहनों को भी आग लगा दी. पलानीस्वामी के पास गृह मंत्रालय भी है.
मुख्यमंत्री ने कहा , 'पुलिस को लोगों के जान-माल की रक्षा के लिए अपरिहार्य परिस्थितियों में कार्रवाई करनी पड़ी, क्योंकि प्रदर्शनकारी बार-बार हिंसा कर रहे थे. पुलिस को हिंसा रोकनी थी.' उन्होंने कहा, 'मुझे यह जानकार दुख हुआ कि इस घटना में दुर्भाग्यवश कई लोग मारे गए.'
इसके अलावा चेन्नई में मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार ने कहा कि प्रदर्शनकारी कलेक्टर के कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे और हिंसा स्वीकार्य नहीं है. प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी करना जरूरी हो गया. उन्होंने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री के.पलनिस्वामी तूतीकोरिन की घटना को लेकर बेहद चिंतित हैं और इस संबंध में अधिकारियों से विचार विमर्श कर रहे हैं.