Advertisement

एक बार फिर दिल्ली लौटे तमिलनाडु के किसान, PM आवास के बाहर किया प्रदर्शन

तकरीबन पचास किसानों ने रविवार को दिल्ली में निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से लेकर लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास तक विरोध मार्च निकाला. अपनी मांगों के साथ किसानों ने प्रधानमंत्री आवास के सामने धरना दिया.

रविवार को दिल्ली में प्रदर्शन करते किसान रविवार को दिल्ली में प्रदर्शन करते किसान
नंदलाल शर्मा
  • नई दिल्ली ,
  • 16 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 3:38 PM IST

सूखे की मार झेल रहे तमिलनाडु के किसानों ने मार्च-अप्रैल महीने में कर्जमाफी की मांग को लेकर राजधानी दिल्ली में अपने खास तरीके के विरोध प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा. अब एक बार फिर अपनी मांगों के साथ तमिलनाडु के किसान दिल्ली लौट आए हैं.

तकरीबन पचास किसानों ने रविवार को दिल्ली में निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से लेकर लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास तक विरोध मार्च निकाला. अपनी मांगों के साथ किसानों ने प्रधानमंत्री आवास के सामने धरना दिया.

Advertisement

बाद में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पचास से ज्यादा किसानों को हिरासत में ले लिया और संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले गई. प्रदर्शन कर रहे किसान केंद्र सरकार से राहत पैकेज और कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं.

पिछली दफा प्रदर्शन के दौरान किसानों की आवाज अनसुनी रह गई थी. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने की उनकी मांग को अनसुना कर दिया गया.

मार्च अप्रैल के दौरान किसानों के समूह ने अपने प्रदर्शन के तरीकों से मीडिया में खूब सुर्खिया बटोरीं. जंतर मंतर पर मानव कंकाल के हिस्सों जैसे खोपड़ी और हड्डियों के साथ किसानों ने अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन किया. किसी दिन उन्होंने सिर और दाढ़ी मुड़वाई तो किसी दिन नंगे होकर प्रदर्शन किया. चाहे वो प्रधानमंत्री कार्यालय हो या जंतर मंतर की सड़कें.

40 दिन तक चले अपने प्रदर्शन को 25 मार्च के दिन स्थगित करने के बाद किसानों ने कहा था कि वो एक दिन फिर लौटकर आएंगे. और 16 जुलाई को तमिलनाडु के किसान एक बार फिर लौट आए हैं. ज्ञात रहे कि सोमवार से संसद का मानसूत्र शुरू होने वाला है.

Advertisement

इसके अलावा प्रदर्शनकारी किसानों की मांग है कि देश के सभी किसानों को पेंशन दी जाए और उच्च लाभांश मिले. साथ ही कावेरी वॉटर मैनेजमेंट बोर्ड बनाया जाए.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement