
तूतीकोरिन में स्टरलाइट प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में घायल हुए लोगों से फिल्म स्टार रजनीकांत ने अस्पताल जाकर मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने कहा कि स्टरलाइट प्लांट अब कभी नहीं खुलना चाहिए. पुलिस फायरिंग की इजाजत देने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की.
अभिनेता से नेता बने दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने तूतीकोरिन में हिंसा के लिए असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ राज्य सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए.
हालांकि उन्होंने पुलिस फायरिंग की इजाजत देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, 'लोग किसी वजह से ही वहां प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस को इस दौरान संयम बरतना चाहिए.'
रजनीकांत इस मामले में राज्य सरकार का भी बचाव करते दिखे. उन्होंने कहा कि हर मामले पर सरकार से इस्तीफा मांगना कोई समाधान नहीं है. यह घटना सरकार के लिए एक बड़ा सबक है. किसी को भी इतनी हिंसा का अंदाजा नहीं था.
बता दें कि तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने तूतीकोरिन में पुलिस फायरिंग के अगले दिन भी एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी.
तमिलनाडु के तूतीकोरिन के खिलाफ पिछले तीन महीनों से जारी विरोध प्रदर्शन 22 मई को अचानक उग्र हो गया. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन पर फायरिंग की दी थी. इस पुलिस फायरिंग में 13 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए थे. इस मामले में हंगामा बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने स्टरलाइट प्लांट का लाइसेंस रद्द कर दिया.