
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी (77) का हैदराबाद में निधन हो गया. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वे बुखार और निमोनिया से पीड़ित थे. शनिवार को जब उनकी तबीयत बिगड़ी तो उन्हें एआईजी हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया. वहीं उन्होंने अंतिम सांस ली. उनका निधन देर रात 2 बजकर 30 मिनट पर हुआ.
जयपाल रेड्डी का जन्म 16 जनवरी 1942 को हैदराबाद के मदगुल में हुआ था. अब यह तेलंगाना राज्य के अंतर्गत आता है. उनके परिवार में एक बेटी और 2 बेटे हैं. जयपाल रेड्डी तेलगू राजनीति में दिग्गज नेता माने जाते रहे हैं. अविभाजित आंध्र प्रदेश में वे 4 बार विधायक रह चुके हैं, वहीं 5 बार वे सांसद चुने गए.
15वीं लोकसभा में उनके पास साइंस और टेक्नोलॉजी और अर्थ साइंस के मंत्रालयों का प्रभार था. इससे पहले वह 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल की कैबिनेट में सूचना और प्रसारण मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं. 2009 के लोकसभा चुनावों में जयपाल रेड्डी चेवेल्ला लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे.
1999 में उनकी 21 साल बाद कांग्रेस में वापसी हुई थी. इसके बाद वह यूपीए-1 में वह शहरी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. यूपीए-2 में उनके पास शहरी विकास मंत्रालय और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की भी जिम्मेदारी रही.
जब इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लागू की थी तो जयपाल रेड्डी ने 1977 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर जनता पार्टी का रुख कर लिया था. उन्होंने इंदिरा गांधी के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा था.
जयपाल रेड्डी ने 1980 में इसी संसदीय क्षेत्र से इंदिरा गांधी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उन्हें हार मिली थी. 1980 के आम चुनावों में यहां से इंदिरा गांधी सांसद रह चुकी हैं. जब 1984 में उनकी हत्या हुई तो वह यहीं से सांसद थीं.