
बस्तर में बीजापुर स्थित बासागुड़ा मार्ग पर रोड़ ओपनिंग ड्यूटी पर निकला CRPF 229 बटालियन का ट्रैकर डॉग प्लेटो नक्सलियों के छिपाए IED की चपेट में आने से शहीद हो गया. उसके शव को बटालियन के मुख्यालय लाया गया. जहां पूरे सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया. प्लेटो की गजब की सूंघने की शक्ति थी. उसने कई मौकों पर सुरक्षा बलों की जान बचाई थी. अपने एक साल के करियर में प्लेटो ने 60 से ज्यादा IED खोजे. प्लेटो सुरक्षा कर्मियों का बेहद चहेता था. प्लेटून में ऐसा कोई शख्स नहीं था जो उसे प्यार नहीं करता था. इसलिए अंतिम बिदाई के मौके पर सुरक्षा कर्मियों की आंखे नम हो गई.
प्लेटो हुआ शहीद
बताया जा रहा है कि बीजापुर के मुरदोंडा से CRPF के जवान सुबह ड्यूटी के लिए निकले थे. डॉग हेल्डर के साथ ट्रैकर डॉग प्लेटो सबसे आगे चल रहा था. इसी दौरान तिम्मापुर और मुरदोंडा के बीच नक्सलियों द्वारा छिपाए गए IED को प्लेटो ने खोज निकला. जैसे ही वह उसके ऊपर पहुंचा नक्सलियों ने ब्लास्ट कर दिया. इस घटना में डॉग हैंडलर तो बाल बाल बच गया. लेकिन प्लेटो घटनास्थल पर ही शहीद हो गया. नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए IED लगाई थी. लेकिन जल्दबाजी में उन्होंने अपना हाथ आजमाया. इससे पहले कि CRPF का दस्ता IED की जहद में आता विस्फोट हो गया.
बेल्जियम शेफर्ड नस्ल का था
प्लेटो बेल्जियम शेफर्ड नस्ल का था. 13 दिसंबर 2016 से वह CRPF 229 बटालियन में ट्रैकर डॉग के पद पर कार्य कर रहा था. सुरक्षाकर्मी उसकी तीमारदारी में चौबीसो घंटे लगे रहते थे. डॉग हैंडलर के अलावा वो अपने दस्ते के तमाम जवानों को बखूबी पहचानता था. अपने साल भर के करियर में उसने IED खोज निकालने के मामले में महारत हासिल कर ली थी.