
हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी मामले में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर दलित कार्ड खेला है. राहुल मंगलवार को केरल के अंगामली में NSUI की दो दिन की कार्यकारिणी बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं. दिलचस्प बात यह है कांग्रेस ने बैठक स्थल का नाम 'रोहित वेमुला नगर' रख दिया है, वहीं RSS ने मुखपत्र ऑर्गेनाइजर के जरिए तंजानिया की छात्रा से बदसलूकी के मामले में राहुल की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.
बैठक स्थल का नाम रोहित वेमुला नगर
कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI ने सोमवार को बताया कि बैठक स्थल का नाम 'रोहित वेमुला नगर' रखा गया है. NSUI की इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी और प्रदेश अध्यक्ष हिस्सा लेंगे. बैठक में वेमुला के मुद्दे को विस्तार से उठाया जाएगा.
RSS ने राहुल पर साधा निशाना
कर्नाटक में तंजानियाई महिला से बदसलूकी के मामले में कांग्रेस नेतृत्व की चुप्पी पर सवाल खड़ा करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थक पत्र 'ऑर्गेनाइजर' ने सोमवार को राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें कई सवालों के जवाब देने हैं. 'ऑर्गेनाइजर' में 'शेम ऑफ सलेक्टिव आउटरेज' शीर्षक से प्रकाशित संपादकीय के अनुसार, दादरी और हैदराबाद पहुंचने वाले राहुल गांधी ने अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री को फोन करके यह पूछने तक की जहमत नहीं उठाई कि इस वीभत्स घटना पर उन्होंने क्या कार्रवाई की है.
वरना राजनीतिक जमीन बचा नहीं पाएंगे राहुल
लेख के मुताबिक, 'इस शर्मनाक कृत्य ने एक देश के तौर पर भारत का अपमान किया है. सभी खराब चीजों के लिए संघ को जिम्मेदार ठहराने का एक भी मौका नहीं छोड़ने वाले राहुल गांधी को जागना चाहिए और चुनिंदा हमलों की इस नीति को छोड़ देना चाहिए. अन्यथा एक वंश द्वारा संचालित इतनी पुरानी पार्टी के लिए वह थोड़ी राजनीतिक जमीन बचाना भी मुश्किल पड़ जाएगा जो अभी उसके पास है.
राहुल को देने हैं कई जवाब
लेख में कहा गया है कि सिद्धारमैया सरकार का निष्क्रियता वाला रवैया अधिक भयावह है. राहुल पर निशाना साधते हुए कहा गया है, 'भारत के लोकतंत्र और बहुलवाद के इकलौते संरक्षक होने का दावा करने वाले कांग्रेस और राहुल गांधी को इस संदर्भ में कई सवालों के जवाब देने हैं. 'ऑर्गेनाइजर' के अनुसार यह अकेली घटना नहीं है और कर्नाटक में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है और आतंकी गतिविधियों में भी इजाफा हो रहा है.