
नोटबंदी को लेकर सरकार ने अपना रुख साफ कर दिया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को दो टूक शब्दों में कह दिया कि किसी भी हाल में नोटबंदी पर फैसला वापस नहीं लिया जाएगा. उन्होंने विपक्ष पर बेवजह का डर का माहौल बनाने का आरोप लगाया है. जेटली ने खुलकर नोटबंदी का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस को भी सरकार का समर्थन करना चाहिए.
नोटबंदी पर जेटली का तर्क:
1. एटीएम में बड़े बदलाव हुए हैं.
2. भारी मात्रा में बैंकों के पास पैसा जमा है.
3. बेवजह से डर का माहौल बनाया जा रहा है.
4. कुछ दिनों में दिक्कतें खत्म हो जाएंगी.
5. विपक्ष संसद में चर्चा से भाग रहा है.
6. नोटबंदी से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.
7. विपक्ष के तर्क खोखले साबित हो रहे हैं.
8. रिजर्व बैंक के बाद प्रर्याप्त करेंसी है.
9. कुछ दिनों में सभी एटीएम में पैसे होंगे.
10. नोटबंदी का फैसला वापस नहीं होगा.
11. बैंकों में अब लोगों की भीड़ कम हो रही है.
12. नोटबंदी का कांग्रेस को भी समर्थन करना चाहिए.
13. हर बहस में पीएम मोदी का बोलना जरूरी नहीं है.
14. अर्थव्यवस्था को कालेधन ने मुक्त कराना जरूरी है.
15. बैंक से 4500 रुपये बदलने के नियम का हो रहा था दुरुपयोग
इसस पहले सुबह में जेटली ने कहा था कि अभी फिलहाल 1000 रुपये के नोट बाजार में लाने की तैयारी में नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा था कि गुरुवार शाम से देशभर के और 22500 ATM में 500 और 2000 के नोट भी मिलने लगेंगे.
नोटबंदी की समीक्षा के लिए पीएम ने बुलाई बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500-1000 की नोटबंदी की समीक्षा के लिए गुरुवार को बैठक बुलाई. इस बैठक में सरकार के आला मंत्री शामिल हुए, साथ ही वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे. शीतकालीन सत्र के पहले दिन से नोटबंदी को लेकर दोनों सदनों में केंद्र सरकार को घेरा गया. सरकार के इस फैसले से आम जनता को जो परेशानी हुई उस पर विपक्ष ने सरकार की जमकर फजीहत करी.