
क्या पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के घर 10 जनपथ में LTTE का कोई भेदिया रहता था जिसने उनकी हत्या के पहले उनसे जुड़ी खुफिया जानकारी LTTE को पहुंचाई थी. आरडी प्रधान की लिखी किताब 'माय ईयर्स विद राजीव एंड सोनिया' में ये दावा किया गया है.
किताब में प्रधान का दावा है कि चाहे जांच एजेंसियां कुछ भी कहें, लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ ऐसा है जिसे छिपाया जा रहा है. प्रधान ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि राजीव की हत्या की साजिश में दूर बैठे कुछ प्रभावशाली लोग शामिल थे. कोई ऐसा भी था जो राजीव गांधी के आधिकारिक निवास 10 जनपथ में मौजूद था और उनसे जुड़ी हर जानकारी LTTE तक पहुंचाने में मदद करता था.'
किताब में प्रधान ने ये भी दावा किया है कि सोनिया गांधी, जो हत्या के वक्त चुनाव प्रचार के लिए अमेठी गईं हुई थीं उन्हें भी यही लगता था कि राजीव की हत्या में कोई भेदिया भी शामिल है.
हालांकि राजीव की हत्या की जांच करने वाले जैन और वर्मा कमीशन ने हत्या की वजह सुरक्षा में चूक बताई थी. प्रधान ने लिखा है कि सिर्फ तमिलनाडु सरकार को LTTE की इस साजिश का आभास हो गया था लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इसे रोकने में असफल रहे.
गौरतलब है कि किताब के लेखक आरडी प्रधान करीब डेढ़ साल तक राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय गृह सचिव रहे थे. बाद में प्रधान ने साल 1998 से 2003 तक AICC में सोनिया गांधी के ऑफिस का कामकाज संभाला था.