
पाकिस्तान की हुकूमत, वहां की सुरक्षा एजेंसियां, हिंदुस्तान में आतंकी साजिश की सबसे बड़ी सूत्रधार आईएसआई सब कुलभूषण जाधव नाम के शख्स को भारत का जासूस करार देने पर तुले हैं, जबकि हकीकत कुछ और ही है.
पाकिस्तानी सेना और सरकार ने एक दिन पहले प्रेस कांफ्रेंस की और इस शख्स को रॉ का एजेंट बताते हए कबूलनामे का वीडियो जारी किया, लेकिन 'आज तक' की पड़ताल से पाकिस्तान के सफेद झूठों की परतें खुल गईं.
पाकिस्तान का पहला झूठ-
पहला और सबसे बड़ा झूठ तो पाकिस्तान ने कुलभूषण की गिरफ्तारी को लेकर ही बोला है. बलूचिस्तान के गृह मंत्री सरफराज बुगटी का दावा है कि कुलभूषण को चमन से गिरफ्तार किया गया, जबकि पाकिस्तानी आर्मी का दावा है कि उसे सारावन से गिरफ्तार किया. चमन इरान, पाकिस्तान, और अफगानिस्तान सीमा पर है, जबकि सारावन ईरान में. दोनों शहरों के बीच फासला भी छोटा-मोटा नहीं बल्कि 873 किलोमीटर का है.
सवाल है कि कुलभूषण की गिरफ्तारी हुई तो कहां से? गिरफ्तारी पर दो तरह के बयानों से साफ है कि दाल में कुछ ना कुछ काला है. गिरफ्तारी के दो लोकेशन बताए गए और दोनों में सैकड़ों किलोमीटर का फर्क है. कुछ उसी तरह जैसे गिरफ्तारी पटना में हो और कहा जाए कि गिरफ्तारी दिल्ली में हुई है.
पाकिस्तान का दूसरा झूठ-
वीडियो को गौर से देखें तो साफ पता चलता है कि इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ हुई है. अगर कोई शख्स गिरफ्त में हो तो उससे जबरन कुछ भी कबूल करवा लेना कितना आसान है, ये समझना ज्यादा मुश्किल नहीं है.
पाकिस्तान का तीसरा झूठ-
पाकिस्तान ने झूठों का इतना बड़ा ताना-बाना बुना कि उसमें खुद ही उलझता चला गया. यहां तक कि कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी की तारीख को लेकर भी पाकिस्तान के झूठ की पूरी कलई खुल गई. पाकिस्तान का दावा है कि कुलभूषण को 3 मार्च को गिरफ्तार किया तो फिर पाकिस्तान को इस सवाल का भी जवाब देना होगा कि आखिर उसकी गिरफ्तारी का खुलासा 24 मार्च को क्यों किया? तीन हफ्ते कुलभूषण की गिरफ्तारी पर चुप्पी की कुंडली मारे क्यों बैठा रहा?
पाकिस्तान का चौथा झूठ-
पाकिस्तान का यह भी दावा है कि ब्लूचिस्तान और कराची में कुलभूषण किसी सत्यप्रकाश नाम के शख्स के संपर्क में था, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां उसके बारे में पूरी जानकारी देने से आनाकानी क्यों कर रही है?
पाकिस्तान का पांचवां झूठ-
पाकिस्तान की बदनीयती और फरेबी फितरत का इससे बड़ा सबूत क्या हो सकता है कि भारतीय दूतावास के अधिकारियों को कुलभूषण से मिलने नहीं दिया जा रहा है. साफ है कि पाकिस्तान भारत को बदनाम कर रहा है और सच सामने नहीं आने देना चाहता.