
बीजेपी ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले दयाशंकर सिंह को बुधवार देर रात पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया. सूत्रों की माने तो मायावती दयाशंकर सिंह पर बीजेपी के फैसले से ही संतुष्ट हुईं और यही वजह है कि गुरुवार को राज्य सभा की कार्यवाही में कोई दखल नहीं दिया गया.
सूत्रों बताते हैं कि दोपहर में दयाशंकर सिंह को पार्टी के यूपी उपाध्यक्ष के पद से हटाने की जानकारी बीजेपी की ओर से मायावती को दी गई थी. इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास ने मायावती से आग्रह किया कि अब आपके सांसद सदन की कार्यवाही में रुकावट उत्पन्न न करें. लेकिन इसके बाद भी मायावती मनाने को तैयार नहीं हुई. मायावती ने नकवी से साफ-साफ कह दिया कि जब तक बीजेपी दयाशंकर सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से नहीं निकलेगी तब तक सदन की कार्यवाही को उनके सांसद नहीं चलने देंगे.
पीएम मोदी भी बयान से थे नाराज
बुधवार देर रात बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अरुण जेटली, संसदीय मंत्री अनंत कुमार और मुख्तार अब्बास नकवी के साथ चर्चा की. बैठक में दयाशंकर सिंह को पार्टी से निकालने का फैसला हुआ. सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी भी दयाशंकर सिंह के आपत्तिजनक बयान से नाराज थे. दयाशंकर सिंह को पार्टी से निकलने फैसले के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती को भी इसकी जानकारी दे दी गई. उनसे कहा गया कि अब उनकी पार्टी इस मुद्दे को समाप्त कर दें. कार्रवाई के बाद ये तय हुआ कि बीएसपी राज्य सभा में इस मुद्दे को अब नहीं उठाएगी. गुरुवार दोपहर में दलितों के उत्पीड़न की घटनाओं पर चर्चा में मायावती ने हिस्सा लिया, जिसमें बीजेपी के साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा.
बीजेपी नेताओं का कहना है कि दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी के मामले को राज्य सरकार देखेगी. मतलब साफ है कि बीजेपी ने दयाशंकर सिंह पार्टी से बाहर कर अब इस मामले से दूरी बनना भी शुरू कर दिया है.