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कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद बोर्ड ने बड़बोले इमाम बरकती को हटाया

कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद बोर्ड ने शाही इमाम बरकती को उनके पद से हटा दिया है. बरकती अपने बड़बोलेपन की वजह से पिछले कई महीनों से मीडिया की चर्चा में बने हुए हैं और उनके बयानों से सांप्रदायिक सौहार्द के भी बिगड़ने का खतरा रहता है.

टीपू सुल्तान मस्जिद के पूर्व शाही इमाम बरकती टीपू सुल्तान मस्जिद के पूर्व शाही इमाम बरकती
इंद्रजीत कुंडू
  • नई दिल्ली,
  • 17 मई 2017,
  • अपडेटेड 5:58 PM IST

कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद बोर्ड ने शाही इमाम बरकती को उनके पद से हटा दिया है. बरकती अपने बड़बोलेपन की वजह से पिछले कई महीनों से मीडिया की चर्चा में बने हुए हैं और उनके बयानों से सांप्रदायिक सौहार्द के भी बिगड़ने का खतरा रहता है.

हालांकि बरकती ने बर्खास्तगी के लेटर को मानने से इंकार कर दिया है. बागी बरकती ने कहा है कि वह इमाम बने रहेंगे. टीएमसी के तीन नेताओं सांसद सुल्तान अहमद, नदीमुल हक और सिदिकुल्ला चौधरी पर हमला बोलते हुए बरकती ने कहा कि उन्हें पाक समर्थक बयान पर खेद है, लेकिन वह ममता से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें ममता बनर्जी का पूरा समर्थन है.

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कुछ दिनों पहले ही जिद पर अड़े बरकती को अपने वाहन से लाल बत्ती हटानी पड़ी थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें लालबत्ती इस्तेमाल करने का अधिकार है. मौलाना नूर-उर रहमान बरकती ने कहा, 'नहीं, मेरे ऊपर लाल बत्ती हटाने का कोई राजनैतिक दबाव नहीं था. कैसे राजनैतिक दल मुझ पर दबाव डालेंगे. मैं शाही इमाम हूं और कानून का पालन करूंगा.'

उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों और कानून की अनदेखी के लिए तीन अलग-अलग शिकायतें पुलिस में दर्ज हो चुकी हैं. शिकायतें लाल बत्ती के अवैध इस्तेमाल और भड़काऊ भाषण देने के आरोप में हैं. ये शिकायतें अलग-अलग व्यक्तियों की ओर से कोलकाता के तोपसिया और गरियाहाट, हावड़ा के गोलाबाड़ी पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई हैं. लेकिन इसके बावजूद उन पर कोई असर नहीं पड़ा दिखता है. बरकती ने कहा था, 'किसी में मेरी लाल बत्ती हटाने की हिम्मत नहीं है. ये हजारों साल से हमारे साथ है. ये RSS है जो अवैध है. मोदी अवैध है, मेरी कार की लाल बत्ती नहीं.'

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एक शिकायतकर्ता राजर्षि लाहिरी ने कहा, 'पहले उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ फतवा जारी किया. फिर कहा कि कोई भी उनके वाहन की लाल बत्ती को नहीं हटा सकता. इसलिए हमने पुलिस से उन्हें गिरफ्तार करने और देश के कानून के मुताबिक कार्रवाई करने की मांग की है.'

 

एक शिकायतकर्ता ने कहा, 'उनके इरादतन भड़काऊ भाषण साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने वाले और सौहार्द को बिगाड़ने वाले हैं.' तमाम आलोचनाओं के बावजूद बरकती पर कोई असर नहीं पड़ा और हाल में उन्होंने कहा था, 'मेरा अपराध क्या है? मुझे क्यों गिरफ्तार किया जाए. सिर्फ इसलिए कि मैं सच बोलता हूं. किसी में इतना दम है (मुझे गिरफ्तार करने का)...मैं डरता नहीं हूं.'

 

गत शुक्रवार को बीजेपी युवा मोर्चा के समर्थकों ने बरकती की तत्काल गिरफ्तारी के लिए सेंट्रल कोलकाता में प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारियों ने बरकती पर भारत विरोधी बयान देने का आरोप लगाया. ऐसा ही विरोध प्रदर्शन बीजेपी समर्थकों ने हावड़ा में किया. वहां बरकती का पुतला भी जलाया गया. बरकती ने कहा, 'अगर मेरे साथ इस तरह का बर्ताव हो सकता है तो सोचिए देश भर में मुस्लिमों के साथ क्या होता होगा. वो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं. या तो मैं इस देश में रहूंगा या RSS.' एक बयान में उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी खुद को सेकुलर साबित करना चाहती हैं तो मोदी की और आलोचना करें.'

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