
राज्यसभा में आम सहमति नहीं बन पाने के कारण मॉनसून सत्र के आखिरी दिन तीन तलाक बिल टाल दिया गया. वहीं सरकार ने इसका ठीकरा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर फोड़ा है. संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस के दोहरे मापदंड की वजह से हम मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने वाले तीन तलाक बिल को राज्यसभा में नहीं पास करा सके.
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की इस बिल पर लोकसभा और राज्यसभा, दोनों जगह अलग-अलग नीति है. इससे साफ है कि वे मुस्लिम महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा नहीं देना चाहते हैं. अनंत कुमार ने कहा कि इस बिल को आम सहमति से पास करना चाहिए था, लेकिन सुबह से ही कांग्रेस अड़चन डाल रही थी. उन्होंने आगे कहा कि सरकार चाहती है, राज्यसभा में भी यह बिल पास हो और मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिले.
अनंत कुमार ने आरोप लगाया कि मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के नाम पर सोनिया और राहुल गांधी घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. वास्तव में वह नहीं चाहते हैं कि मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिले. अनंत कुमार का कहना है, '' हम चाहते थे कि इसी सत्र में तीन तलाक का बिल राज्यसभा में पास हो जाए. इस वजह से हम राज्यसभा में सुबह से इंतजार करते रहे. लेकिन कांग्रेस ने इस को लटका कर रखा.''अनंत कुमार ने आगे कहा, ''मॉनसून सत्र काफी सार्थक रहा है. 21 दिन चले इस सत्र में 21 बिल पास हुए हैं, वहीं 30 बिल सदन में रखे गए. इसके अलावा सदन में देश के महत्वपूर्ण मुद्दे बाढ़ और अकाल पर भी चर्चा हुई है. वहीं लोकसभा में सरकारी कामकाज के अतिरिक्त 22 घंटे ज्यादा काम हुआ है. लोकसभा में इसके लिए मैं विपक्ष और सभी पार्टियों का धन्यवाद करता हूं.'' उन्होंने कहा कि इस सत्र को सार्थक बनाने में सभी का योगदान रहा है.