
त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सियासी गतिविधियां तेज हो चली हैं. त्रिपुरा में सत्ताधारी दल सीपीएम यानी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाते हुए शिकायत की है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने नियमों का उल्लंघन करते हुए त्रिपुरा , नागालैंड और मेघालय में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर आरएसएस और बीजेपी द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा लिया था.
त्रिपुरा में वामपंथी पार्टी के स्टेट सेक्रेटरी बिजन धार ने चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त को खत लिखकर एक बैठक का जिक्र किया है जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कथित तौर पर शामिल थे. सीपीएम ने चुनाव आयोग से इस बैठक की जांच कराने की मांग की है. सीपीएम ने आरोप लगाया है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर हुई इस बैठक में इन तीनों उत्तर पूर्वी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर रणनीति बनाई जा रही थी और जिस में नियमों की अवहेलना करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा का सलाहकार अजीत डोभाल शामिल थे.
चुनाव आयुक्त को लिखी गई शिकायत में त्रिपुरा से सीपीएम नेता ने लिखा है कि 14 जनवरी को राजनाथ सिंह के घर बुलाई गई बैठक में राम माधव और RSS नेता कृष्ण गोपाल शामिल थे. चुनाव आयोग को लिखे गए इस खत में वामपंथी दल ने एक मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा है की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी चुनाव के लिए बुलाई गई इस रणनीति के बैठक में शामिल थे, जो पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है. सीपीएम का आरोप है कि केंद्र की बीजेपी की सरकार चुनाव जीतने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रही है. सीपीएम ने चुनाव आयोग से इस बैठक को लेकर जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.