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UN चीफ बोले- रोहिंग्याओं को वापस जाना होगा, आतंक पर PAK को लताड़ा

आपको बता दें कि यूएन चीफ इन दिनों भारत दौरे पर हैं. बुधवार को ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूएन के चैंपियंस ऑफ अर्थ खिताब से सम्मानित किया.

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस (File Pic, Reuters) संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस (File Pic, Reuters)
मोहित ग्रोवर/राज चेंगप्पा/गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 03 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 2:11 PM IST

रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर देश में कई बार राजनीतिक बहस हो चुकी है. अब इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने भी बड़ा बयान दिया है. भारत दौरे पर आए हुए गुतेरस ने आजतक से खास बातचीत की.

उन्होंने कहा कि भारत में हजारों की संख्या में रोहिंग्या हैं, रोहिंग्याओं को उनके देश तो वापस जाना होगा. हालांकि, हमें ये भी देखना होगा कि अगर उन्हें अभी भी वहां पर ख़तरा है तो ऐसा ना किया जाए. रोहिंग्याओं की समस्या काफी बड़ी है, भारत इसे सुलझाने में अहम रोल निभा सकता है.

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गुतेरस बोले कि अभी उन जगहों (म्यांमार) में काफी काम होना बाकी है, लेकिन धीरे-धीरे ही सही रोहिंग्याओं को अपने इलाकों में वापस जाना ही होगा.

इस बातचीत में उन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भी बात की. यूएन चीफ बोले कि हमने काउंटर टेररिज्म ऑफिस बनाया है, आतंकवाद पर किसी तरह की सफाई नहीं चलेगी. कुछ देश वीटो पावर का इस्तेमाल कर आतंकियों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई को रोकते हैं.

उन्होंने कहा कि आतंकवाद काफी अहम मुद्दा है, सिर्फ इस क्षेत्र में नहीं बल्कि ग्लोबल लेवल पर भी ये चिंता का विषय है. जम्मू-कश्मीर की समस्या पर उन्होंने कहा कि ये दो देशों का मामला है, यूएन की शक्तियां सीमित होती हैं. देशों को ही आपस में इस मसले को सुलझाना है, लेकिन लगता है कि अभी देश इसके लिए तैयार नहीं हैं.

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भारत की UNSC में सदस्यता पर कहा कि यूनाइटेड नेशन में रिफॉर्म होना जरूरी है, लेकिन ये बिना UNSC के नहीं हो सकता है. आज की UNSC अभी परिस्थितियों के अनुसार नहीं है, भारत आज ग्लोबल पावर बनकर उभर रहा है. ऐसा कोई कारण उपलब्ध नहीं है, जिससे ये कहा जा सके कि भारत की जगह UNSC में नहीं बनती है.

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