
केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफे पर फग्गन सिंह कुलस्ते का कहना है कि देखिए यह पार्टी का फैसला है. जब मंत्रिमंडल का विस्तार होता है तो कई बार इस तरह की स्थिति बनती है जो पार्टी और सरकार के अंदर हमारे नेतृत्व के ऊपर निर्भर करता है कि कहां किसका उपयोग उनको जरूरी लगता है. वह उसके हिसाब से उपयोग करती है और पार्टी के अंदर जो भी फैसले होते है, एक जिम्मेदार कार्यकर्ता होने के नाते से इस्तीफे स्वीकार करता हूं.
कुलस्ते कहते हैं कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उनसे इस्तीफे की मांग की थी. बाकी वे पार्टी के फैसले को स्वीकार करेंगे. पार्टी के फैसले के आधार पर हम सब मिलकर काम करते हैं.
आज तक से बातचीत में कहा कि मुझे नहीं लगता कि परफॉर्मेंस के आधार पर मुझसे इस्तीफा मांगा गया हैं. बाकि पार्टी पर निर्भर करता है, और चुनाव भी हमारे सामने है. सरकार और पार्टी संगठन में हर किसी को उसकी क्षमता के आधार पर क्या काम करना है वह पार्टी तय करती है. और उसी आधार पर फैसले होते हैं. पार्टी ने जैसा फैसले किया है हमने सहमति दी है.
इसे भी पढ़े :- अमित शाह की नई टीम में बगावत, फग्गन सिंह कुलस्ते महासचिव नहीं बनाए जाने से नाराज
उन्होंने साथ ही कहा कि पार्टी जहां पर जो जिम्मेदारी देगी हम उस का निर्वाह करेंगे. हम हमेशा ही मंत्री और पार्टी संगठन में काम करते है. हमारे मन में कोई दुख की भाव नहीं हैं. हालांकि अब हमारे सामने विधानसभा का चुनाव और 2019 का चुनाव है.
वे कहते हैं कि भविष्य में आने वाले चुनाव में बीजेपी का आधार बढ़ रहा है और वे इसे और भी प्रभावी बनाने के लिए संगठन में काम करेंगे. वे कहते हैं कि अभी पार्टी के सामने ढेर सारी चुनौतियां हैं. वे अभी से लक्ष्य 2022 के लिए जुट गए हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री भी इसी फोकस से आगे बढ़ रहे हैं. वे इन सारी परिस्थितियों के मद्देनजर इस फैसले को सही ठहराते हैं. वे कहते हैं कि कार्यकर्ता होने के नाते वे पार्टी की ओर से दी गई हर जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे.