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जब राजनाथ सिंह ने INS विक्रमादित्य पर थाम ली मशीन गन, दागीं तड़ातड़ गोलियां, VIDEO

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को आईएनएस विक्रमादित्य में मशीन गन से कई राउंड फायरिंग की. उनके मशीन गन से फायरिंग करने का वीडियो भी सामने आया है.

मशीन गन से फायरिंग करते राजनाथ सिंह (Courtesy- ANI) मशीन गन से फायरिंग करते राजनाथ सिंह (Courtesy- ANI)
aajtak.in
  • गोवा,
  • 29 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 10:39 PM IST

  • आईएनएस विक्रमादित्य में 24 घंटे रहे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
  • राजनाथ के मशीन गन से फायरिंग का वीडियो आया सामने

तेजस लड़ाकू विमान से उड़ान भरने के बाद केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अब समंदर में मशीन गन चलाते हुए नजर आए हैं. रविवार को 68 वर्षीय राजनाथ सिंह ने आईएनएस विक्रमादित्य में मशीन गन थामी और तड़ातड़ गोलियां दागी. उन्होंने आईएनएस विक्रमादित्य में 24 घंटे का समय गुजारा. इस दौरान उनके साथ वायुसेना के अधिकारी भी मौजूद थे. राजनाथ के मशीन गन से फायरिंग करने का वीडियो भी सामने आया है.

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इसके अलावा रक्षामंत्री सिंह ने विमान वाहक आईएनएस विक्रमादित्य में दौरा करने की अपनी तस्वीरों को भी ट्वीटर पर शेयर किया है. इन तस्वीरों में वो नौसेना के अधिकारियों से मिलते और उनका अभिवादन करते नजर आ रहे हैं. राजनाथ ने समंदर में नौसेना के अधिकारियों के साथ योग भी किया.

इसके बाद राजनाथ ने ट्वीट कर कहा कि वो दिल्ली लौटकर आईएनएस विक्रमादित्य में तैनात नौसेना के अधिकारियों और जवानों के परिजनो को निजी तौर पर खत लिखेंगे. राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना के जवानों की बहादुरी और साहस की तारीफ भी की. साथ ही उन्होंने आईएनएस विक्रमादित्य को समंदर का सिकंदर बताया.

इससे पहले शनिवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई के माजागोन डॉक्स में एक समारोह में भारत की दूसरी स्कॉर्पियन क्लास युद्धक पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी को भारतीय नौसेना में शामिल किया. इस पनडुब्बी के फ्लैगपोस्ट पर तिरंगा फहराकर नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया. इस दौरान नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह और नौसेना के अन्य सीनियर अफसर मौजूद रहे.

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शनिवार को सवित्री सिंह ने भारत के पहले पी-17 शिवालिक-क्लास युद्धक पोत नीलगिरी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विमान वाहक ड्राईडॉक को भी नौसेना में शामिल किया. सवित्री सिंह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की पत्नी हैं. नौसेना के मुताबिक कि इन तीनों के शामिल होने से समुद्र में हिंदुस्तान की युद्धक क्षमता काफी बढ़ गई है.

आईएनएस खंडेरी पी-75 परियोजना के तहत नौसेना में शामिल होने वाली दूसरी युद्धक पनडुब्बी है. इससे पहले साल 2017 में एक और पनडुब्बी आईएनएस कावेरी नौसेना में शामिल हो चुकी है.

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