
लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जिस दिन देश के 100 करोड़ हिंदू संसद और कोर्ट की तरफ देखना बंद कर देंगे, उस दिन अयोध्या में राम मंदिर बन जाएगा. यह पहली बार नहीं है, जब गिरिराज सिंह ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बयान दिया है. इससे पहले भी वो राम मंदिर निर्माण को लेकर बयानबाजी कर चुके हैं. आपको बता दें कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है.
इस मामले की सुनवाई कर रहे सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ से जस्टिस यूयू ललित ने खुद को अलग कर लिया था, जिसके चलते 10 जनवरी को मामले की सुनवाई टल गई थी. सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन ने जस्टिस यूयू ललित के पांच सदस्यीय बेंच में शामिल होने पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद ही उन्होंने मामले की सुनवाई से खुद को अलग किया. अब इस मामले की सुनवाई 29 जनवरी को होगी.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि भारत की बहुसंख्यक समाज की जनता चाहती थी कि राम मंदिर मामले की रोजाना सुनवाई हो और इस पर जल्द फैसला आए, ताकि राम मंदिर का निर्माण किया जा सके. उन्होंने यह भी कहा था कि अब राम मंदिर निर्माण को लेकर हिंदुओं का सब्र टूट रहा है. वो राम मंदिर को भारत की अस्मिता का मामला बता चुके हैं.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की भी बात की थी. एक बार उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा था कि इंतजार कीजिए, राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश भी आएगा. हालांकि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करने की बात कही थी. एएनआई को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा था कि कानूनी प्रक्रिया के तहत ही राम मंदिर मामले का समाधान निकाला जाएगा. इस मसले पर कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अध्यादेश के बारे में विचार किया जाएगा.
इसके अलावा हाल ही में विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर अयोध्या में धर्म संसद का आयोजन किया था, जिसमें साधु-संतों समेत तमाम हिंदूवादी संगठन और उनके दिग्गज नेता शामिल हुए थे. सभी ने अध्यादेश के जरिए राम मंदिर का निर्माण कराए जाने की मांग की थी. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का मुद्दा तेज हो गया है. इसको लेकर मोदी और योगी सरकार पर हिंदूवादी संगठन लगातार दबाव बना रहे हैं.
69 फीसदी लोग चाहते हैं अयोध्या में मंदिर बनाए सरकार: सर्वे
इंडिया टुडे ग्रुप और कार्वी इनसाइट्स के सर्वे में खुलासा हुआ है कि देश के 69 फीसदी लोग चाहते हैं कि अयोध्या में सरकार राम मंदिर का निर्माण कराए. इस सर्वे में सवाल था कि क्या अयोध्या की विवादित जगह पर सरकार को राम मंदिर बनाना चाहिए, तो 69 फीसदी लोगों ने इसके पक्ष में राय रखी. हालांकि 22 फीसदी लोगों की राय इसे अलग है. इसके अतिरिक्त 9 फीसदी लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने इस मुद्दे पर अपनी कोई राय नहीं रखी.