
राम मंदिर विवाद को सुलझाने का मामला भले ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या में रामायण सर्किट के सपने को हकीकत में बदलने के लिए कमर कस ली है. मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में अयोध्या में रामायण सर्किट बनाने को मंजूरी दे दी गई है.
सरकार ने 133.30 करोड़ की इस योजना को मंजूरी दी है. बता दें कि रामायण सर्किट के प्रस्ताव को केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने रखा था. लेकिन अखिलेश यादव के राज में इस पर कोई खास अमल नहीं हुआ था.
रामायण सर्किट स्वदेश दर्शन योजना के तहत 13 पर्यटक सर्किटों में से एक है. धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास में पर्यटन मंत्रालय के तहत एक समिति ने रामायण सर्किट में 15 गंतव्यों को चुना था. गंतव्यों को उन स्थानों के अनुसार चुना गया था जहां भगवान राम ने पूरे भारत में यात्रा की थी.
कहां-कहां से गुजरेगा रामायण सर्किट
-अयोध्या(यूपी)
- श्रृंगवेरपुर(यूपी)
- चित्रकूट(यूपी)
- सीतामढ़ी(बिहार)
- बक्सर(बिहार)
- दरभंगा(बिहार)
- नंदीग्राम(प.बंगाल)
- महेंद्रगिरी(ओडिशा)
- जगदलपुर(छत्तीसगढ़)
- भद्राचलम(तेलंगाना)
- रामेश्वरम(तमिलनाडु)
- हंपी(कर्नाटक)
- नासिक(महाराष्ट्र)
- नागपुर(महाराष्ट्र)
- चित्रकूट
अयोध्या में बनेगा बस डिपो
भगवान राम की नगरी अयोध्या में 7.04 करोड़ की लागत से बस डिपो बनाया जाएगा. बस डिपो अयोध्या बाइपास पर 1.384 हेक्टेयर जमीन पर बनेगा. बता दें कि पीएम मोदी ने जब मई महीने में नेपाल में जनकपुर अयोध्या बस सर्विस को हरी झंडी दिखाई थी तब पता चला था कि अयोध्या में बस डिपो है ही नहीं.
योगी कैबिनेट के अहम फैसले
-काशी विश्वनाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण की योजना.
-413.11 करोड़ की लागत से परिक्षेत्र में आने वाली 166 भूमि और भवनों को खरीदा जाएगा.
-उत्तर प्रदेश श्री काशी विश्वनाथ स्पेशल एरिया विकास बोर्ड बनाया जाएगा.
-सुरक्षा और श्रद्धालुओं के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर को खास तरह से सौंदर्यीकरण की योजना.