
यूपी के संत कबीर नगर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए सियासी सरगर्मी तेज है. यहां बीजेपी के तीन जिला पंचायत सदस्यों ने जीत हासिल की थी. लेकिन जिले में पंचायत चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों का दबदबा है. ऐसे में समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में खींचतान की स्थिति बनती जा रही है.
जहां निर्दलीय प्रत्याशी बलराम यादव को सपा ने पार्टी में जगह देकर संत कबीर नगर जिले की समाजवादी पार्टी को दो भागों में बांट दिया है, वहीं बीजेपी ने भी कुछ ऐसा ही किया है. जिसको लेकर अब बीजेपी भी दो भागों में बंटती नजर आ रही है.
संत कबीर नगर जिला इकाई के पूर्व हिंदू युवा वाहिनी के जिला संयोजक छेदी यादव और बीजेपी जिला अध्यक्ष बद्री यादव के बीच घमासान शुरू हो गया है. इधर कृष्णा चौरसिया को बीजेपी ने पार्टी की सदस्यता दिलाई तो उधर छेदी यादव और उनके समर्थकों ने राकेश सिंह बघेल (विधायक मेहदावल) के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए हैं.
इस बीच वीकेंड लॉकडाउन के दौरान बीजेपी ने सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम रखा, जिसमें सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता जमा हो गए. इस दौरान कोविड नियमों का खुला उल्लंघन हुआ. इस बात से बेखबर पार्टी के जिला अध्यक्ष बद्री यादव ने बताया कि कोविड-19 उल्लंघन हम नहीं करते हैं.
जहां एक तरफ जिला पंचायत की कुर्सी को हथियाने के लिए पार्टियां अब पैतरें बिछा रही हैं. वहीं सत्ता पक्ष भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए कुर्सी बचाते नजर आ रहा है.