
उरी आतंकी हमले के बाद बने हालात को लेकर बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक हुई, जिसमें पाकिस्तान को घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में
पीएम मोदी ने एक बार फिर साफ कर दिया कि आतंकियों के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी बरतने की जरूरत नहीं है. प्रधानमंत्री ने अपने चार टॉप मंत्रियों को मिलने के लिए शाम 6 बजे भी बुलाया. इस बीच भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को विदेश मंत्रालय ने समन किया है.
प्रधानमंत्री को दी गई ताजा हालात की जानकारी
इससे पहले सीसीएस की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद रहे. सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सुरक्षा बल उरी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई के लिए जो-जो कदम उठा रहे हैं, बैठक में प्रधानमंत्री को ये पूरी जानकारी विस्तार से दी गई.
आतंकियों के खिलाफ नहीं बरती जाएगी नरमी
बैठक में सेना को सरकार की तरफ से इस बार तो लेकर एक बात फिर हरी झंडी दी गई कि बॉर्डर और एलओसी के आसपास जवाबी कार्रवाई जारी रखी जाए. सीसीएस में एलओसी के आसपास सेना की मूवमेंट और कार्रवाई से जुड़े आंकड़े भी पीएम के सामने पेश किए गए.
पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति
उरी हमले को लेकर पीएम मोदी पिछले तीन दिनों से लगातार बैठकें कर और पाकिस्तान को घेरने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने तात्कालिक कदम के रूप में पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से अंतराष्ट्रीय समुदाय अलग-थलग करने के प्लान पर सहमति जताई है.
आतंकी हमले में शहीद हुए थे 18 जवान
जम्मू कश्मीर के उरी में रविवार तड़के हुए आतंकी हमले में सेना के 18 जवान शहीद हुए थे. वहां मारे गए हमलावरों के पास से पाकिस्तानी सामान बरामद हुआ था. इस हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन पाकिस्तान ने हर बार की तरह इस बार भी आतंकी हमले में अपना हाथ होने से साफ इनकार कर दिया.