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VHP का राम मंदिर राग- संतों की बैठक बुलाई, हो सकता है बड़ा ऐलान

राम मंदिर का केस फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. लेकिन इस मसले को कोर्ट के बाहर सुलझाने की आवाज भी उठती रही है. साथ ही सरकार द्वारा संसद में कानून लाकर भी मंदिर निर्माण की मांग उठती रहती है. अब जबकि देश का आम चुनाव करीब है, उससे पहले वीएचपी संतों की बैठक में क्या फैसला लिया जाता है, इस पर सबकी नजर रहेगी.

प्रतीकात्मक तस्वीर (getty) प्रतीकात्मक तस्वीर (getty)
जावेद अख़्तर/हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 22 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 1:56 PM IST

2019 के लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, राम मंदिर निर्माण का मुद्दा बहस के केंद्र में आ गया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हाल ही में भव्य राम मंदिर निर्माण जल्द बनाए जाने की इच्छा जाहिर की थी, जिसके बाद अब विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने इस दिशा में बड़ी पहल का आह्वान किया है.

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वीएचपी ने राम मंदिर के मुद्दे पर बातचीत के लिए संतों की बैठक बुलाई है. राम जन्मभूमि ट्रस्ट के संत उच्चाधिकार समिति की ये बैठक 5 अक्टूबर को दिल्ली में बुलाई गई है, जिसमें 30-35 बड़े संत भाग लेंगे. संतों की इस बैठक में राम मंदिर आंदोलन को आगे कैसे बढ़ाया जाए इस पर मंथन किया जाएगा.

कर सेवा का कर सकते हैं ऐलान

संतों के इस मंथन राम मंदिर निर्माण को लेकर भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी, जिसमें संत राम मंदिर निर्माण के लिए कर सेवा का ऐलान कर सकते हैं. बैठक में शामिल होने के लिए महंत नृत्यगोपाल दास, साध्वी ऋतम्भरा समेत 36 प्रमुख संतो को न्योता दिया गया है. ये बैठक दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद कार्यालय में होगी.

बता दें कि हाल ही में संघ के कार्यक्रम 'भविष्य का भारत: संघ का दृष्टिकोण' में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण पर अगर कानून लाने का हक सरकार के हाथ में है और आंदोलन करने का अधिकार राम जन्मभूमि ट्रस्ट उच्चाधिकार समिति के पास है, ऐसे में सरकार और ट्रस्ट को तय करना है कि कि तरीके से मंदिर निर्माण होना है.

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मोहन भागवत ने ये भी कहा था कि वो न सरकार में हैं और न ही ट्रस्ट का हिस्सा हैं, लेकिन अगर उनसे इस मसले पर सुझाव लिए जाएंगे तो वे जरूर देंगे. इसके बाद भागवत ने इच्छी जताई थी कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर जल्द से जल्द भव्य राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए. ऐसा होने से हिंदू-मुसलमानों के बीच विवाद का एक बड़ा कारण भी खत्म हो जाएगा.

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